प्रभारी न्यायाधीश के आने पर ही हड़ताल खत्म करेंगे
जासं, ब¨ठडा जिला न्यायालय के कुछ न्यायाधीशों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतों के बाद हाईकोर्ट के मु
जासं, ब¨ठडा
जिला न्यायालय के कुछ न्यायाधीशों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतों के बाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और प्रभारी न्यायाधीश से वार्ता के बाद भी दो सप्ताह से ज्यादा समय से चल रही वकीलों की हड़ताल खत्म नहीं हुई। मंगलवार को जिला बार एसोसिएशन के जनरल हाउस की बैठक में फैसला लिया गया कि जब तक हाईकोर्ट के प्रभारी न्यायाधीश अजय तिवाड़ी ब¨ठडा आकर मामलों की जांच नहीं करेंगे तब तक हड़ताल खत्म नहीं की जाएगी। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट नवदीप ¨सह जीदा ने बताया कि बैठक में अधिकतर वकील जनरल हाउस के पूर्व में लिए फैसले के पक्षधर थे, जिसमें प्रस्ताव पारित किया गया था कि जब तक न्यायाधीशों के खिलाफ जांच की कार्रवाई शुरू नहीं होगी तब तक हड़ताल रहेगी। बैठक में बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने वकीलों को मुख्य न्यायाधीश और प्रभारी न्यायाधीश से शिकायतों पर हुई वार्ता और उन्हें उपलब्ध करवाए तथ्यों के अलावा अब तक हड़ताल के सामने आए प्रभाव पर भी चर्चा की गई। बैठक में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नवदीप ¨सह जीदा, सचिव कंवलजीत ¨सह कुटी, उपाध्यक्ष लख¨वद्र ¨सह खोखर, राय भूपेंद्र ¨सह सिधू, हरपाल ¨सह खारा, रणजीत ¨सह जलाल, बलवंत ¨सह ढिल्लों, जितेंद्र राय खट्टर आदि उपस्थित थे। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जीदा के अनुसार प्रभारी न्यायाधीश अजय तिवाड़ी के शुक्रवार तक ब¨ठडा पहुंच कर जांच करने की संभावना है।
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एक हजार से ज्यादा प्रकरणों की सुनवाई प्रभावित
वकीलों की हड़ताल की वजह से रोजाना एक हजार से ज्यादा प्ररकणों की सुनवाई प्रभावित हो रही है। मंगलवार को भी वकील न्यायालयों में उपस्थित नहीं हुए। इससे ज्यादा पक्षकार तारीख पेशी पर आए, लेकिन उन्हें बैरंग लौटना पड़ा। पक्षकारों ने आगे की तारीख ली। वकीलों ने हाईकोर्ट के प्रभारी न्यायाधीश को जिला न्यायालय के कुछ न्यायाधीशों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत कर चुके हैं। इसमें कार्रवाई न होने पर आक्रोशित वकीलों ने 17 अगस्त को जनरल हाउस की बैठक आयोजित कर हड़ताल शुरू कर दी। प्रारंभ में दो दिन की हड़ताल का निर्णय किया था। फिर प्रस्ताव पारित किया गया कि प्रभारी न्यायाधीश के ब¨ठडा आकर जांच शुरू नहीं करने तक हड़ताल रहेगी। वकीलों ने कई दिनों तक जिला न्यायालय के मुख्य गेट पर धरना लगाकर विरोध प्रदर्शन भी किया था।