ब¨ठडा-अमृतसर फोरलेन प्रोजेक्ट चढ़ा विवादों की भेंट
जासं, ब¨ठडा दो हजार करोड़ रुपए की लागत से ब¨ठडा-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-15 को फोरलेन करने
जासं, ब¨ठडा
दो हजार करोड़ रुपए की लागत से ब¨ठडा-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-15 को फोरलेन करने के प्रोजेक्ट का किसानों ने विरोध किया है। फोरलेन के लिए अधिग्रहित की गई जमीन के मालिकों ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के बयान के मुताबिक अधिग्रहित की गई जमीन का चार गुणा मुआवजा दिलवाने के लिए अवार्ड नए सिरे से जारी करने की मांग की है। किसानों ने भूमि अधिग्रहण के बदले जारी किया 402 करोड़ रुपए के अवार्ड पर असंतोष जताते हुए लामबंद होकर आंदोलन करने की चेतावनी दी है। इससे दो वर्ष से अधर में इस प्रोजेक्ट का काम शुरू होने में और देरी की आशंका है। किसानों ने चेतावनी दी है कि उनकी जमीन अधिग्रहित करने के बजाए छीनी जा रही है। अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो हो सकता है कि किसानों को गजेंद्र ¨सह (दिल्ली में आत्महत्या करने वाला किसान) बनने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
रविवार को भूमि अधिग्रहण से प्रभावित गांव अमरगढ़ के किसान कुलदीप ¨सह सरां, नवराज गर्ग, मनीष पांधी, उदेशपाल गुप्ता, हर¨वद्रपाल ¨सह व अन्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि एसडीएम ने आठ गांवों के लिए निर्धारित किए अवार्ड में नियमों की अनदेखी की है। अमरगढ़ गांव में कलेक्टर रेट भी कम मुआवजा दिया गया। किसानों के अनुसार गोनियाना रोड पर कलेक्टर रेट 7350 रुपये से लेकर 8 हजार रुपये प्रति गज तक है। जबकि मुआवजे में आवासीय जमीन का 3244 रुपये और कृषि भूमि का 1549 रुपये प्रति गज के हिसाब से रेट दिया गया है। किसानों का आरोप है कि जिला मूल्य निर्धारण समिति ने 16 जुलाई 14 को अमरगढ़ गांव में कृषि भूमि 7 कनाल 10 मरला लेना तय किया था। जबकि अवार्ड में इसकी अनदेखी कर 27 कनाल 13 मरले जमीन अधिग्रहित कर ली गई।
एसडीएम दमनजीत ¨सह मान की तरफ से 7 नवंबर 14 को पारित अवार्ड गोपनीय रखा गया। इसके लिए उन्होंने आरटीआइ लगाई, फिर भी अवार्ड की प्रति नहीं दी गई। आखिरकार पांच मार्च 15 को उन्होंने डीसी के संगत दर्शन कार्यक्रम में पहुंच कर गुहार लगाई तो उन्हें 9 मार्च को अवार्ड की प्रति मिली। तब उन्हें खामियों का पता चला।
चेक नहीं लेंगे, चुनौती देंगे
किसान कुलदीप ¨सह सरां, उदेशपाल गुप्ता व अन्य ने बताया कि उन्होंने अवार्ड के चेक लेने से मना कर दिया है। अब जमीन दोबारा पैमाइश कर मुआवजा निर्धारित करने की प्रक्रिया शुरू की है। वे चार गुणा मुआवजा लेने पर अड़ंग रहेंगे। चेक नहीं लेंगे। अवार्ड को मध्यस्थ के समक्ष चुनौती देंगे। अगर न्याय नहीं मिला तो फोरलेन प्रोजेक्ट के लिए अधिग्रहित की गई आठ गांवों की जमीन के मालिकों को एकजुट कर आंदोलन करेंगे।
एनओसी पर किसानों के फर्जी हस्ताक्षर
प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसानों ने आरोप लगाया कि अमगरढ़ गांव के काफी किसानों ने जमीन एक-दो पहले ही खरीदी है। किसानों के अनुसार प्रशास ने उन्हें जमीन अधिग्रहण करने का नोटिस नहीं दिया। एनओसी पर पुराने मालिकों के हस्ताक्षर करवा कर फर्जीवाड़ा किया। प्रक्रिया सके समय वे किसान जमीन बेच चुके हैं।
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174 किलोमीटर तक होगा मार्ग फोरलेन
ब¨ठडा से अमृतसर तक राजष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई 174 किलोमीटर है। इसमें ब¨ठडा जिले के गांव गिलपत्ती, भोखड़ा, अमरगढ़, ब्लाहड़ ¨वझू, गोनियाना खुर्द, गोनियाना कलां, हररायपुर और जीदा की 48 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की गई है। इसके लिए 402 करोड़ 79 लाख 44 हजार 83 रुपए अवार्ड राशि स्वीकृत की गई है।
सब कुछ नियमानुसार है
अवार्ड की कार्रवाई किसानों को नोटिस जारी कर नियमानुसार की गई है। इसमें किसी तरह से अनदेखी की नहीं की गई। नियमानुसार कलेक्टर रेट के आधार पर अवार्ड जारी किया गया है। नियमों की अनदेखी करने के आरोप निराधार है।
दमनजीत ¨सह मान, एसडीएम, ब¨ठडा