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'अपनों' को धमकाया, विरोधियों को पीटा

जागरण संवाददाता, बठिंडा बदसलूकी के मामले को लेकर कैनाल थाना प्रभारी के खिलाफ मोर्चा खोलने और मरणव

By Edited By: Published: Sat, 25 Oct 2014 02:20 AM (IST)Updated: Sat, 25 Oct 2014 02:20 AM (IST)
'अपनों' को धमकाया, विरोधियों को पीटा

जागरण संवाददाता, बठिंडा

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बदसलूकी के मामले को लेकर कैनाल थाना प्रभारी के खिलाफ मोर्चा खोलने और मरणव्रत रखकर सरकार को झुकने पर मजबूर करने वाले कांग्रेस के शहरी प्रधान मोहन लाल झुंबा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। शुक्रवार को एक तरफ उन पर विरोधी सत्ताधारी दल के पूर्व पार्षद पर जानलेवा हमला करने, तो दूसरी तरफ अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को धमकाने का आरोप लगा है। झुंबा के खिलाफ थर्मल थाना व कैनाल थाने में अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं और उन्हें देर सायं हिरासत में भी ले लिया गया। झुंबा के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की खबर पाकर थाने पहुंचे कांग्रेस के कद्दावर नेता हरमंदर सिंह जस्सी व अन्य समर्थकों को भी बैरंग वापस लौटना पड़ा। हालांकि, उन्होंने झुंबा के खिलाफ दर्ज किए गए मामले पर कड़ा एतराज भी जताया, लेकिन पुलिस के सामने उनकी एक नहीं चली।

उधर, नगर निगम चुनाव से पहले कांग्रेस में ही फूट दिखने से कांग्रेस के आला नेताओं में भी खलबली मच गई है। शुक्रवार सुबह कांग्रेस के शहरी प्रधान मोहन लाल झुंबा व उनके साथियों ने अपने ही मोहल्ले में रहने वाले अकाली दल के पूर्व पार्षद शिवजी राम शर्मा के घर पर हथियारों से लैस होकर हमला बोला। इस घटना में शिवजी सहित उनका बेटा सन्नी शर्मा भी घायल हो गया। इसके बाद दोनों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना की सूचना मिलते ही सीपीएस सरूप चंद सिंगला पूर्व पार्षद शिवजी राम से मिलने पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी लेने के बाद पुलिस कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई।

सिविल अस्पताल में उपचाराधीन शिवजी राम पुत्र बलदेव राम निवासी लाल सिंह बस्ती ने बताया कि शुक्रवार सुबह वह अपने घर के बाहर बैठे थे। सुबह लगभग साढ़े दस बजे पहले उनके मोबाइल फोन पर कांग्रेस शहरी प्रधान मोहन लाल झुंबा का फोन आया और उन्होंने उसे व उसके बेटे को जान से मारने की धमकी दी। इसके कुछ देर बाद मोहन लाल झुंबा व उनके भाई सोहन लाल झुंबा अपने समर्थकों के साथ गाड़ियों में सवार होकर आए और आते ही उन पर जानलेवा हमला बोल दिया। शिवजी राम ने बताया कि दोनों भाइयों के पास पिस्तौल थी, जबकि उनके समर्थकों के पास तेजधार हथियार सहित लाठियां भी आदि थी। उन्होंने बताया कि जब उनका बेटा सन्नी शर्मा उनका बचाव करने आया, तो उक्त लोगों ने उससे भी मारपीट की और किरच से हमला कर उसे घायल कर दिया। उनसे मारपीट होता देखा उसके अन्य घर वालों ने अपने आप को एक कमरे में बंद कर लिया। इसके बाद उक्त लोगों ने दरवाजे पर किरचों से वार कर दरवाजा खुलवाने की काफी कोशिश की। जब उन्होंने शोर मचाते हुए मदद की गुहार लगाई, तो झुंबा व उनके समर्थक कार का शीशा तोड़कर मौके से फरार हो गए। शिवजी राम ने बताया कि झुंबा उनके साथ राजनीति रंजिश रखता है। इसके चलते उसने पहले उसे फोन पर जान से मारने की धमकी दी, जिसके बाद घर में घुसकर उस पर जानलेवा हमला किया है।

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सरूप सिंगला ने रची है साजिश : झुंबा

कांग्रेस शहरी प्रधान मोहन लाल झुंबा का कहना है कि जिस समय शिवजी राम उन पर जानलेवा हमला करने का दावा कर रहे हैं, उस समय वह अपने घर में आराम कर रहे थे। झुंबा ने कहा कि वह पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि आम जनता में उनकी बढ़ती लोकप्रियता उनके विरोधी दल को बर्दाश्त नहीं हो रही है। ऐसे में उनके विरोधी दल द्वारा एक साजिश के तहत उन्हें झूठे मामले में फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें उक्त झूठे मामले में फंसाने के पीछे सीपीएस सरूप चंद सिंगला का हाथ है, क्योंकि उन्होंने कुछ दिन पहले एक प्रेसवार्ता में सीपीएस सरूप चंद सिंगला द्वारा उनसे माफी मांगने की बात कहीं थी।

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मैंने कोई साजिश नहीं रची : सिंगला

सीपीएस सरूप चंद सिंगला ने कहा कि कांग्रेस शहरी प्रधान मोहन लाल झुंबा के खिलाफ उन्होंने कोई भी साजिश नहीं रची है। झुंबा ने राजनीतिक रंजिश के तहत अकाली दल के पूर्व पार्षद पर हमला बोला और अब बचाव के लिए झूठा आरोप लगा रहे हैं। किसी भी व्यक्ति को कानून को हाथ में लेने का अधिकार नहीं है और इस मामले में कानून अपना काम करेगा।

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कांग्रेसियों को भी दी धमकी

मरणव्रत प्रकरण में कांग्रेस के आला नेताओं को विश्वास में लिए बगैर सत्ताधारी दल के मुख्य संसदीय सचिव सरुप चंद सिंगला के हाथों जूस पीने से नाराज जिला कांग्रेस के पूर्व प्रधान इंदर सिंह साहनी व अन्य नेताओं को धमकाने के आरोप में थर्मल पुलिस ने शिकायत दर्ज की है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इंदर सिंह साहनी के अनुसार मरणव्रत तोड़ने के बाद उनके आवास में कांग्रेस के चुनिंदा नेताओं की हुई बैठक से कांग्रेस के शहरी प्रधान मोहन लाल झुंबा बौखला गए थे। चूंकि उन्होंने प्रदेश प्रधान से झुंबा को हटाए जाने की मांग की थी, इस वजह से दीवाली के दिन झुंबा ने उन्हें पहले फोन पर गाली-गलौच की और उसके बाद बरनाला बाईपास स्थित एक गुरुद्वारे के नजदीक उन्हें घेरकर जान से मारने की धमकी भी दी। साहनी ने तत्काल इस मामले में एसएसपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर को शिकायत देकर कानूनी कार्रवाई करने के साथ-साथ उन्हें सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग भी रखी। इस मामले में पुलिस ने शुक्रवार सायं को मोहन लाल झुंबा को हिरासत में ले लिया और थाना कैनाल में रखा। इसके बाद झुंबा के समर्थन में तत्काल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव व पूर्व विधायक हरमंदर सिंह जस्सी अन्य समर्थकों के साथ थाना पहुंचे, लेकिन उन्हें थाने के अंदर जाने नहीं दिया गया। इस दौरान मौके पर मौजूद डीएसपी गुरजीत सिंह रोमाणा के सामने जस्सी ने कड़ा एतराज भी जताया, लेकिन पुलिस ने उनकी बात को अनसुना कर दिया।


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