फिजुलखर्ची से बचें, मानवता का परिचय दें
जासं, बठिंडा दीपावली पर पटाखे चलाने से दोहरा नुकसान होता है। पहला खर्च होने की वजह से आर्थिक नुकसा
जासं, बठिंडा
दीपावली पर पटाखे चलाने से दोहरा नुकसान होता है। पहला खर्च होने की वजह से आर्थिक नुकसान और दूसरा पर्यावरण प्रदूषण की वजह से लोगों का स्वास्थ्य का बिगड़ना। त्योहार पर फिजूलखर्ची करने की बजाय इस धन से पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण में भागीदार बनकर मानवता परिचय देना चाहिए। वर्तमान में मिठाइयां मिलावटी और महंगी हैं। घरों में बनी मिठाइयों का उपयोग करना चाहिए, जो सस्ती होने के साथ क्वालिटी की गारंटी भी देती है।
दीपावली के शुभ अवसर पर जनता को सफाई पसंद बनने, अपने घर सहित आपास के वातावरण को साफ रखने का संकल्प लेना चाहिए। दीपावली सादगी से मनाकर इस पर होने वाला खर्च अगर गरीबों के इलाज, शिक्षा और दैनिक जरूरत की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने में किया जाए, तो यह ईश्वर की आराधना से कम नहीं है।
-दीवान चंद शर्मा, खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी।