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धान लिफ्टिंग में सरकारी एजेंसियां सुस्त, किसान परेशान

जासं, बठिंडा जिले की दाना मंडियों में धान की आमद और खरीद बढ़ रही है, लेकिन हाथोंहाथ लिफ्टिंग (उठाव

By Edited By: Published: Sun, 19 Oct 2014 02:26 AM (IST)Updated: Sun, 19 Oct 2014 02:26 AM (IST)
धान लिफ्टिंग में सरकारी एजेंसियां सुस्त, किसान परेशान

जासं, बठिंडा

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जिले की दाना मंडियों में धान की आमद और खरीद बढ़ रही है, लेकिन हाथोंहाथ लिफ्टिंग (उठाव) नहीं हो रही है। सरकारी खरीद एजेंसियों की इस सुस्ती के चलते खरीद का आधे से ज्यादा धान मंडियों में ही पड़ा है। जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी कार्यालय की सूचना के अनुसार वीरवार तक 93602 मीट्रिक टन की आमद खरीद केंद्रों पर हो चुकी है। इसमें से 80,07 टन धान की खरीद हुई है। अब तक 43,904 मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है और खरीद केंद्रों पर 49,698 मीट्रिक टन धान पड़ा है।

उधर, जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी दीवानचंद शर्मा ने बताया कि एजेंसियों को खरीद के 72 घंटों में उठाव करना जरूरी है। एजेंसियां निर्धारित समय में काम पूरा कर रही हैं। शर्मा के अनुसार धान की कई ढेरियों में नमी ज्यादा होने से सारी आमद की खरीद नहीं हो पा रही है। अगले दिनों में पूसा वैरायटी की आमद शुरू होगी। इसमें नमी ज्यादा होती है। खरीद एजेंसियों के प्रतिनिधि आशंका जाहिर कर रहे हैं कि इससे खरीद की रफ्तार धीमी पड़ सकती है।

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ढेरियां पलट कर सुखाने लगे किसान

सरकारी एजेंसियों के अनुसार धान के सुरक्षित भंडारण के लिए पैकिंग के लिए नमी 17 फीसद से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। इससे ज्यादा नमी होने पर धान को फंगस लगने से खराब होने का अंदेशा रहता है। कई ढेरियों में नमी 20 से 21 फीसद तक आ रही है। इससे कई किसान दाना मंडी के पिड़ों पर ढेरियां बिखेर और पलट कर सुखा रहे हैं।


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