स्टेडियमों की जगह के लिए भागदौड़ शुरू
संवाद सहयोगी, बठिंडा : देहाती क्षेत्रों में आधुनिक खेल मैदान की कमी से जूझ रहे खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर। राजीव गांधी खेल अभियान के तहत प्रदेश के हर जिले में देहाती क्षेत्र में एक आधुनिक खेल स्टेडियम स्थापित करने की योजना पर काम शुरू हो गया है। जगह तलाशने के लिए खेल विभाग ने जिला खेल अधिकारियों को पत्र भेज दिया है। अधिकारियों ने जगह के लिए भागदौड़ शुरू कर दी। यदि सब कुछ ठीक रहा तो डेढ़ साल तक देहात क्षेत्रों में खेलों में सुधार दिखने लगेगा। लेकिन योजना में शामिल स्टेडियम बनाने के लिए जगह आदि के चयन के लिए रखी शर्तें बाधा बन रही हैं।
योजना के अनुसार, जिले के किसी एक ब्लाक के बड़े गांव में स्टेडियम बनेगा। प्रति स्टेडियम 1 करोड़ 60 लाख रुपये खर्च होंगे, जिसमें 80 लाख रुपये का काम मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी स्कीम/कानून) के जरिये होगा। शेष राशि से इंडोर हाल में जिम व खेल संसाधन उपलब्ध किए जाएंगे। आउटडोर मैदान को भी बनेगा, जिसमें एथलेटिक्स, वालीबाल, टेनिस, खो-खो, तीरंदाजी, बैडमिंटन, बास्केटबाल, हॉकी, कबड्डी, फुटबाल, बॉक्सिंग, टेबिल टेनिस, कुश्ती, शतरंज जैसे अंतरराष्ट्रीय खेलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जिले की बात की जाए तो अभी तक बठिंडा शहर को छोड़कर किसी भी ब्लाक में एक भी आधुनिक मैदान नहीं है। वहीं चुनिंदा गांवों में महज पांच विभिन्न खेलों के कोच तैनात हैं। नई योजना में देहाती क्षेत्रों को मैदान के साथ कुछ प्रशिक्षक (ट्रेनर) भी मिलेंगे, जिनको वेतन दिया जाएगा।
खेल विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर रूपिंदर सिंह ने कहा कि राजीव गांधी खेल अभियान के अंतर्गत सभी जिलों के देहाती क्षेत्रों में खेल स्टेडियम बनाने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।