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नाम भी फर्जी, पता भी जाली

By Edited By: Published: Fri, 12 Sep 2014 01:17 AM (IST)Updated: Fri, 12 Sep 2014 01:17 AM (IST)
नाम भी फर्जी, पता भी जाली

जागरण संवाददाता, मानसा

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बुढलाडा में कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म का शिकार होने वाली दिल्ली निवासी महिला की पहचान से लेकर हर चीज फर्जी निकली है। मानसा पुलिस बुधवार देर रात पीड़िता को लेकर दिल्ली उसके घर पहुंची, लेकिन वहां पर उसका नाम, पता व पहचान सब कुछ फर्जी निकला है। इस मामले को लेकर अब स्वयं मानसा पुलिस असमंजस में है कि आखिर वह आगे क्या करे। समाचार लिखे जाने तक मानसा पुलिस दिल्ली में उसके रिश्तेदार का इंतजार कर रही थी, ताकि उसे उनके हवाले कर दिया जाए। जबकि पीड़िता के माता-पिता ने उसे लेने से साफ मना कर दिया।

गौर हो कि दिल्ली निवासी सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को लेकर मानसा पुलिस बुधवार देर रात को दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। इस टीम में बुढलाडा डीएसपी राजवीर सिंह बोपाराय व डीएसपी स्पेशल ब्रांच गुरमीत कौर शामिल थीं। सुबह लगभग तीन बजे पुलिस उसे लेकर उसके बताए पते पर पहुंची, लेकिन वह जाली निकला। यहां पर पीड़िता अपने बारे में कुछ बताने के लिए तैयार नहीं थी। आखिरकार पुलिस सफदरगंज अस्पताल पहुंची। वहां पर खुलासा हुआ कि पीड़िता कोई स्टाफ नर्स नहीं है। उसने दामिनी का उपचार भी नहीं किया है। सख्ती से पूछने के बाद पीड़िता पुलिस को अपने माता-पिता के घर ले गई। वहां जाने पर खुलासा हुआ कि पीड़िता की आयु 23 साल है, जबकि मानसा पुलिस को उसने अपनी उम्र 33 साल बताई थी। पुलिस को उसने अपना नाम भी गलत बताया था। उसके माता पिता, एक भाई व एक बहन किदवई नगर में रहते हैं। उसके पिता किसी कंपनी में एसी प्लांट मैकेनिक हैं। परिजनों ने खुलासा किया कि उसकी शादी लगभग चार साल पहले की गई थी। शादी के बाद उसने एक बेटे को जन्म दिया। बेटे के जन्म होने के बाद उसका पति उसे छोड़कर कही चला गया। इसके बाद पीड़िता गलत संगत में चली गई। इसकी गलत संगत का असर अन्य बच्चों पर ना हो, इसलिए लगभग छह माह पहले उसके परिजनों ने उससे नाता तोड़ दिया है। अब वह कहां रहती है, किसके साथ रहती है। इस संबंध में उन्हें कुछ पता नहीं है।

कोट्स

'हमारी पूरी टीम सुबह से पीड़िता की पहचान को लेकर दिल्ली में काम कर रही थी। अभी तक यह बात सामने आ चुकी है कि पीड़िता ने पुलिस को अपना नाम, पता व उम्र गलत बताई थी। वह किसी अस्पताल में कोई स्टाफ नर्स नहीं है। इसके परिजनों ने इसे लेने से इन्कार कर दिया है। इसलिए पुलिस इसके किसी रिश्तेदार का इंतजार कर रही है, जोकि इसे पुलिस से लेने के लिए तैयार हो।'

राजवीर सिंह बोपाराय, डीएसपी बुढलाडा (मानसा)।


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