नवंबर में निगम को मिल सकता है मेयर
संतोष कुमार शर्मा, बठिंडा
तलवंडी साबो उपचुनाव के साथ ही नगर निगम चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। सरकार द्वारा नवंबर में चुनाव कराने के लिए हरी झंडी दिए जाने की पूरी उम्मीद है। जिसको लेकर सत्ताधारी अकाली दल ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। इससे शहर में राजनीतिगरमा गई है। वहीं, कांग्रेस ने भी अंदरखाते चुनावी तैयारी शुरू कर दी है।
निकाय विभाग करीब एक सप्ताह पहले शहर में नए सिरे से वार्डबंदी संबंधी नोटिफिकेशन जारी कर चुकी है, लेकिन तलवंडी उपचुनाव की वजह से वार्डबंदी का काम फिलहाल स्थगित था। अब चुनाव होते ही अकाली दल निगम चुनाव की तैयारी में जुट गया। अकाली दल की सक्रियता को देख निकाय विभाग ने अगस्त अंत या सितंबर के पहले सप्ताह में वार्डबंदी कराने की तैयारी शुरू कर दी है। करीब सालभर पहले शहर की हदबंदी में बढ़ोतरी करने के अलावा वार्ड का सर्वे किया जा चुका है, जिसके आधार पर अब वार्डबंदी की जाएगी। सूत्रों को मानें तो सर्वे के बाद निकाय विभाग शहर में 60 वार्ड बनाने के मूड में है, जबकि सत्ताधारी अकाली दल 50 वार्ड के ही पक्ष में है। वार्डबंदी के दौरान कुछ वार्डो के गली-मोहल्ले में बदलाव के अलावा नए सिरे से वार्ड को आरक्षित करने की तैयारी की जा रही है। जिसके बाद नई वोटर सूची बनाई जाएगी। इससे पार्षदों में हलचल मची हुई है।
गौर हो कि नगर निगम का कार्यकाल पिछले साल 10 जुलाई को समाप्त हो चुका है। एक साल नगर निगम पूरी तरह से अफसरशाही के हवाले रहा। इस दौरान लोगों का आरोप है कि शहर का विकास कार्य ठप होकर रह गया है। मुख्य संसदीय सचिव सरूप चंद सिंगला भी स्वीकारते हैं कि निगम दफ्तर में भ्रष्टाचार चरम पर है। जिससे लोकसभा चुनाव में अकाली दल को बठिंडा शहर में करीब 20 हजार वोटों से पीछे रहना पड़ा था। यही कारण है कि अकाली दल जल्द चुनाव करवाना चाहता है।
सीपीएस सिंगला कहते हैं कि नवंबर में निगम चुनाव की पूरी उम्मीद है, जिसकी तैयारी में सरकार जुटी हुई है। उनका दावा है कि निगम पर एक बार फिर से अकाली दल का कब्जा होगा, जबकि कांग्रेस के शहरी प्रधान मोहन लाल झुंबा का कहना है कि अकाली दल निगम चुनाव कराने से भाग रही है। अभी चुनाव कराने पर निगम में कांग्रेस के 42 पार्षदों का कब्जा तय है।
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नए प्रत्याशी उतारने की तैयारी
निगम चुनाव में अकाली दल के साथ-साथ कांग्रेस भी नए चेहरे उतारने की अंदरखाते तैयारी शुरू कर दी है। इससे दोबारा चुनाव लड़ने के इच्छुक पार्षदों में हड़कंप मचा हुआ है। अकाली दल के कुछ पार्षदों पर निगम अधिकारियों से मिलकर अवैध रूप से बिल्डिंग गिराने का आरोप है। अकाली सूत्र बताते हैं कि उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के साथ गत दिनों सीपीएस सरूप चंद सिंगला की हुई बैठक में एक बात सामने आई कि कुछ पार्षदों की कारगुजारी से लोग परेशान हैं, इससे नए प्रत्याशी की तलाश की जाए।