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SGPC प्रेस व पब्लिकेशन विभाग का रिकार्ड सील, श्री गुरु ग्रंथ साहिब के गायब स्वरूपों का मामलेे में कार्रवाई

श्री गुरु ग्रंथ साहिब के गायब स्वरूपों के मामले में SGPC के प्रेस व पब्लिकेशन विभाग का रिकार्ड श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों पर सील कर दिया गया है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Thu, 16 Jul 2020 10:32 AM (IST)Updated: Thu, 16 Jul 2020 10:32 AM (IST)
SGPC प्रेस व पब्लिकेशन विभाग का रिकार्ड सील, श्री गुरु ग्रंथ साहिब के गायब स्वरूपों का मामलेे में कार्रवाई
SGPC प्रेस व पब्लिकेशन विभाग का रिकार्ड सील, श्री गुरु ग्रंथ साहिब के गायब स्वरूपों का मामलेे में कार्रवाई

जेएनएन, अमृतसर। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के आदेशों के बाद अकाल तख्त के सचिवालय ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के प्रेस व पब्लिकेशन विभाग का सारा रिकार्ड कब्जे में लेकर सील कर दिया है। अब मामले की गंभीरता को देखते हुए SGPC के पब्लिकेशन विभाग से रिटायर्ड कंवलजीत सिंह पर कार्रवाई हो सकती है। कंवलजीत सिंह ने ही अपने रिटायरमेंट के बाद 267 स्वरूपों के गायब होने का राज खोला था। हालांकि SGPC अधिकारियों ने इस मामले पर चुप्पी साधे रखी।

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श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के आदेशों पर सारा रिकॉर्ड एक अलमारी में सील करके बंद कमरे में रखा गया है। इसके बाहर टास्क फोर्स के कर्मचारी भी तैनात कर दिए गए हैं। SGPC ने अपने बचाव को मुख्य रख सारे मामले में जांच किसी रिटायर्ड जज या किसी बुद्धिजीवी से निष्पक्षता के साथ करवाने का प्रस्ताव कार्यकारिणी कमेटी में पास कर दिया है, ताकि कहीं उस पर किसी तरह का कोई आरोप न लग जाए। श्री गुरु ग्रंथ साहिब का एक भी स्वरूप या फिर एक भी पन्ना गायब हो जाता है तो उसकी कानून के अनुसार एफआइआर दर्ज करवानी पड़ती है, परंतु SGPC ने वर्ष 2016 से इस मामले को छुपा कर रखा।

SGPC के तत्कालीन अधिकारियों पर दर्ज किया जाए केस

दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मंजीत सिंह जीके ने कहा कि 267 स्वरूप गायब होने का मामला अति संवेदनशील है। इस मामले में घटना वाले दिन ही एफआइआर दर्ज करवा देनी चाहिए थी, परंतु SGPC के तत्कालीन अधिकारियों ने इस बात को छुपा कर धार्मिक अपराध किया है। उस समय के अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए।

सिटिंग जज से करवाई जाए मामले की जांच

नवगठित शिरोमणि अकाली दल (ढींडसा) के अध्यक्ष सुखदेव सिंह ढींडसा ने कहा कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज होनी चाहिए। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को चाहिए कि मामले की जांच सिङ्क्षटग जज से करवाई जाए। 


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