पुलिस ने सीएम कैंप आफिस पर मारा छापा, दो इंस्पेक्टर लाइन हाजिर
अमृतसर स्थित माझा के सीएम कैंप आफिस में पुलिस ने रेड मारी। मामले में दो इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
अमृतसर [कमल कोहली]। अमृतसर के सर्किट हाउस के निकट स्थित मुख्यमंत्री के ओएसडी व माझा के सीएम कैंप कार्यालय में बुधवार को दो पुलिस इंस्पेक्टरों ने पुलिस टीम के साथ छापा मारा। इसके बाद सकते में आए पुलिस उच्चाधिकारियों ने दोनों इंस्पेक्टरों को लाइन हाजिर कर लिया। छापा मारने वालों में नगर पुलिस के सीआइए स्टाफ के इंस्पेक्टर अरविंदर सिंह व पुलिस स्टेशन गेट हकीमा के इंचार्ज हरजिंदर सिंह शामिल थे। दोनों को पुलिस लाइन भेज दिया गया है। वहीं, पुलिस कमिश्नर ने इस मामले की जांच खुद न करने के बजाय डीजीपी पंजाब को इसकी जांच किसी अन्य जिले के पुलिस अधिकारियों से करवाने का आग्रह भरा पत्र भेजा है।
नगर पुलिस के सीआइए स्टाफ के इंस्पेक्टर अरविंदर सिंह व पुलिस स्टेशन गेट हकीमा के इंचार्ज हरजिंदर सिंह ने बुधवार दोपहर को पुलिस बल के साथ सर्किट हाउस के समीप बने सीएम के कैंप कार्यालय में दबिश दी थी। उस समय कैंप कार्यालय में बैठे कुछ कांग्रेसियों ने पुलिस अधिकारियों से रेड करने का कारण भी पूछा था, पर उन्होंने कोई भी जवाब नहीं दिया था।
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कैंप के इंचार्ज बावा सिंह संधू भी इस समय कार्यालय में मौजूद नहीं थे। कैंप में ली गई तलाशी के दौरान पुलिस को कोई भी संदिग्ध व्यक्ति हाथ नहीं लगा। इंचार्ज संधू को जब इस बात का पता चला तो यह मामला सीएम के दरबार तक भी पहुंच गया। वहीं, मामला पुलिस कमिश्नर एसएस श्रीवास्तव के ध्यान में लाया गया।
संधू ने कहा कि पुलिस ने सीएम कैंप पर रेड करना गलत तरीका अपनाया है। यदि किसी आपराधिक व्यक्ति के बारे में शंका थी तो वह उनसे व स्टाफ से संपर्क किया जा सकता था। उन्होंने कहा कि दो सप्ताह पहले यह कैंप शुरू किया गया है। पता चला है कि किसी वरीय अधिकारी के कहने पर दोनों पुलिस अधिकारियों ने छापामारी की है।
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यह था मामला
पता चला है कि पुलिस तरसेम सिंह नामक व्यक्ति को गिरफ्तार करने के लिए सीएम कैंप में आई थी। जानकारी के अनुसार तरसेम सिंह, जसबीर सिंह व कुलबीर सिंह ने मिल कर झब्बाल रोड में एक कॉलोनी बनाने के लिए आपस में काम किया है। किसी बात को लेकर तरसेम सिंह, कुलबीर सिंह व जसबीर सिंह का जमीन के मामले को लेकर विवाद हो गया था।
भिखीविंड का पार्षद व अकाली दल से संबंधित होने के कारण कुलबीर सिंह व जसबीर सिंह ने गेट हकीमा में तरसेम सिंह के खिलाफ कई केस दर्ज करवाए हुए हैं। इसमें से एक केस 307 का क्रास केस भी दोनों पार्टियों के बीच हुआ था। इसके अलावा निशानदेही में लगी बुर्जियां व सामान ले जाने का भी केस दर्ज है। तरसेम सिंह ने इसी जगह के समीप ही अपनी एक और कॉलोनी काटी है। उसके रास्ते को लेकर दोनों गुटों में विवाद भी काफी समय से चल रहा है।