टीवी शो हमारे परिवार का एकमात्र बिजनेस : डॉ. सिद्धू
विपिन कुमार राणा, अमृतसर : कांग्रेस के स्टार कम्पेनर व स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू टीव
विपिन कुमार राणा, अमृतसर : कांग्रेस के स्टार कम्पेनर व स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू टीवी शो करने के विवाद में उनकी धर्मपत्नी व पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू उनके पक्ष में खड़ी हो गई हैं। फेसबुक पर स्टेट्स डालते हुए उन्होंने टीवी शो पर बिना वजह विवाद खड़ा करने को गलत करार देते हुए साफ किया कि टीवी शो ही उनके परिवार का एकमात्र बिजनेस है ओर इससे मंत्रालय का काम प्रभावित नहीं होगा।
फेसबुक पर डॉ. सिद्धू द्वारा डाले गए स्टेट्स में उन्होंने कहा कि नवजोत के टीवी में काम करने पर बिना वजह विवाद का रूप दिया जा रहा है। बतौर विधायक जब उन्होंने काम किया तो कार्यालय आने वाले अतिथियों का चाय और बिजली का खर्चा ही काफी था। टीवी के अलावा हमारा ओर कोई बिजनेस और आय का साधन नहीं है। वे पहले ही 80 फीसद शो छोड़ चुके हैं। इसमें आईपीएल और कमेंटरी शामिल है। कॉमेडी नाइट विद कपिल के दो शो की शूटिंग एक सप्ताह में 5 घंटे लेते है, वह भी सिर्फ शनिवार रात को ही होती है। मुझे नहीं लगता कि इससे किसी भी प्रकार का कोई काम प्रभावित होगा। इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू भी स्पष्ट कर चुके हैं कि वे अपने आफिस का काम सुबह उस समय शुरू कर देंगे, जब अधिकतर लोग सो रहे होंगे।
टीवी शो पर पहले स्पष्ट कर चुके सिद्धू
निकाय मंत्रालय संभालने के साथ ही नवजोत सिंह सिद्धू ने स्पष्ट कर दिया था कि वे अपने टीवी शो जारी रखेंगे। इतना ही नहीं टीवी शो को लेकर खड़े किए जा रहे विवाद पर भी वे कह चुके हैं कि इस पर लोगों को आपत्ति नहीं है, कुछ लोग इसे मुद्दा बना रहे हैं। शो में काम करने के बावजूद लोगों ने उन्हें अमृतसर तीन बार सांसद बनाकर संसद भेजा। पूर्व में टीवी शो का विवाद उठने पर वे सुखबीर बादल तक को उनके कारोबारों पर घेरते रहे है।
दूर का कारण भी बने थे टीवी शो
गुरु नगरी से तीन बार सांसद बने सिद्धू के टीवी शो व कमर्शियल बाइट शहरवासियों और उनके बीच दूरियों का कारण बनते रहे हैं। सांसद बनने के बाद उनकी कई बार लंबे समय तक गैरहाजिरी शहर से रही। भाजपा की शीर्ष लीडरशिप के समक्ष भी उनके लॉफ्टर शो में ठहाके लगाने पर आपत्ति उठती रही। इसके बावजूद सिद्धू ने अपने शो ये कहते हुए जारी रखे कि ये उनके सोर्स ऑफ इंकम है। अब सबसे अहम निकाय विभाग का मंत्रालय संभालने के बाद वे इस समस्या का कितना पार पाते है, ये आने वाला समय ही बताएगा।