टीबी अस्पताल बना दवा विक्रेताओं की 'मंडी'
नितिन धीमान, अमृतसर : टीबी अस्पताल में दवा विक्रेताओं की मंडी सजती है। अस्पताल में उपचार के लिए आने
नितिन धीमान, अमृतसर : टीबी अस्पताल में दवा विक्रेताओं की मंडी सजती है। अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीजों को दवा विक्रेता व उनके का¨रदे अपनी मेडिकल शॉप्स की ओर खींचकर ले जाते हैं। इतना ही नहीं का¨रदे बार-बार घोषणा करते हैं कि उनके मेडिकल शॉप्स में 15 प्रतिशत डिस्काउंट पर दवाएं मिलेंगी। सरकारी अस्पताल में बाहरी लोगों का दबदबा है, लेकिन अस्पताल प्रशासन सब जानते हुए भी आंखें बंद कर बैठा है।
मेडिकल शिक्षा एवं खोज विभाग द्वारा संचालित टीबी अस्पताल में सरकारी दवा केंद्र विद्यमान है। यहां नियंत्रण मूल्य पर मरीजों को दवाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं। इसके बावजूद का¨रदों का शोर अस्पताल परिसर में गूंजता रहता है। जैसे ही मरीज डॉक्टर के कमरे में प्रवेश करता है, ये का¨रदे अपने मेडिकल स्टोर से निकलकर प्रवेश द्वार के बाहर खड़े हो जाते हैं। डॉक्टर से दवा लिखवाकर मरीज पर्ची लेकर बाहर निकलता है, तो ये का¨रदे उसे सस्ती दवा दिलवाने का लालच देकर अपने मेडिकल स्टोर तक ले जाते हैं। कुछ समय पूर्व मरीज को अपने मेडिकल स्टोर की ओर ले जाने को लेकर विवाद हुआ था। दवा विक्रेताओं के का¨रदे आपस में उलझ गए थे और एक व्यक्ति घायल हुआ था।
खास बात यह है कि टीबी अस्पताल में ज्यादातर दवाएं अस्पताल मिल जाती हैं। कुछेक दवाएं जो सरकारी केंद्र में नहीं है, वह अस्पताल के सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त दवा केंद्र में उपलब्ध हैं। पिछले काफी समय से का¨रदे के दबदबे के कारण यह इस दवा केंद्र में मरीजों की संख्या कम हो रही है।
दवाओं के अतिरिक्त निजी डायग्नोस्टिक सेंटरों के का¨रदे भी मरीजों का आर्थिक शोषण कर रहे हैं। असल में टीबी अस्पताल में सभी टेस्ट फ्री किए जाते हैं, पर निजी डायग्नोस्टिक सेंटर के का¨रदे मरीजों से कहते हैं कि अस्पताल में टेस्ट नहीं होते, हम सस्ते दाम में टेस्ट करवा देंगे।
इस सारे गोरखधंधे की शिकायत टीबी अस्पताल प्रशासन ने जिला प्रशासन से की थी। प्रशासन ने एक पुलिस कर्मचारी को टीबी अस्पताल में तैनात किया, पर तीन माह बाद ही उसे यहां से हटा दिया गया। इसके बाद टीबी अस्पताल में फिर से का¨रदों का राज कायम हो गया।
दवा विक्रेता अस्पताल से बाहर
होंगे : प्रिंसिपल डॉ. बल
सरकारी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. बीएस बल ने कहा कि वह स्वयं इस मामले की जांच करेंगे। जल्द ही टीबी अस्पताल का औचक निरीक्षण करेंगे और अंदर घुसकर बैठे दवा विक्रेताओं को बाहर खदेड़ा जाएगा। इसके लिए विभाग द्वारा पुलिस की भी मदद ली जाएगी।