टैक्स चोर ट्रांसपोर्ट माफिया पर कसेगा शिकंजा
विपिन कुमार राणा, अमृतसर : सेल्स टैक्स मोबाइन विंग द्वारा टैक्स चोरों पर कसे गए शिकंजे की कवायद में
विपिन कुमार राणा, अमृतसर : सेल्स टैक्स मोबाइन विंग द्वारा टैक्स चोरों पर कसे गए शिकंजे की कवायद में अगला टारगेट ट्रांसपोर्ट माफिया होगा। रेलवे स्टेशन के चोर रास्तों पर लगातार दी जा रही दबिश के बाद वहां बिना बिल के माल का काम करने वालों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। मोबाइल विंग के अलावा सेल्स टैक्स डिस्ट्रिक्ट वन व टू के अधिकारी भी लगातार जहां स्टेशन पर नजर रखे हुए हैं, वहीं बैरियर स्टाफ भी रेगुलर चेकिंग कर बिना बिल के माल पर जुर्माना लगा रहा है।
इस सारी कसरत के बीच सेल्स टैक्स विभाग को सड़क मार्ग से भी रोजाना लाखों का चूना लग रहा है। ये चूना ट्रांसपोर्ट माफिया लगा रहा है, जिस पर भी अब विभाग की नजरें टेड़ी हो गई है। जहाजगढ़ ट्रांसपोर्ट नगर में काम करने वाली एक दर्जन से ज्यादा ट्रांसपोर्टर जहां विभाग के निशाने पर हैं, वहीं किस समय ये माल ला व ले जा रहे हैं, इसकी भी गुप्त जानकारी अधिकारी जुटा रहे हैं, ताकि उन्हें रंगे हाथों पकड़ा जा सके। विभागीय सूत्रों की मानें तो जानकारियां जुटाने में बड़ी सफलता भी विभाग के हाथ लग चुकी है। रात के समय होने वाली ज्यादा गतिविधि को देखते हुए दबिश की रणनीति भी बनाई जा रही है।
दिल्ली-लुधियाना से आ रहा मोटा माल
सड़क मार्ग से ट्रांसपोर्ट के जरिये बिना बिल का मोटा माल दिल्ली व लुधियाना से अमृतसर आ रहा है। अमृतसर आने वाले माल में मनियारी, हौजरी, करियाना, मोटर पार्ट्स, इलेक्ट्रॉनिक का सामान शामिल है। जहाजगढ़ और इसके आसपास के क्षेत्रों में बने हुए इन ट्रांसपोर्ट कंपनियों के गोदाम भी विभाग के टारगेट पर है।
बुरा फंसा आइसीसी बैरियर स्टाफ
रेलवे स्टेशन के बाहर स्थित आइसीसी बैरियर वाले टैक्स चोरी के मामले में बुरे फंसे हुए हैं। विभाग के पास एक ईटीओ व दो इंस्पेक्टर हैं जो 24-24 घंटे के शिफ्टों में ड्यूटी देते हैं। ड्यूटी के दौरान भी उनका बैरियर पर बैठना इसलिए जरूरी है कि उन्हें व्यापारियों ने अपने माल की जानकारी देकर जाना होता है। ऐसे में बैरियर छोड़कर चेकिंग के लिए निकलना आसान नहीं है। स्टाफ की कमी के चलते वे बैरियर के अलावा स्टेशन के अंदर चेकिंग कर नहीं पाते और वहां से होने वाली टैक्स चोरी की गाज उनपर गिरती है।
मिलीभगत से निकल रहा माल
रेलवे स्टेशन पर मोबाइल विंग द्वारा सख्ती के बावजूद मिलीभगत से माल निकल रहा है। देर रात और तड़के सुबह बिना बिल के माल को आसानी से ठिकाने लगाया जा रहा है। इतना ही नहीं अधिकारियों की लोकेशन जानने के बाद अगर लगे कि दोपहर में भी माल निकाला जा सकता है तो इसमें भी कोई कसर नहीं रखी जाती।
गुप्त सूचनाएं जुटाई जा रही हैं : मल्होत्रा
सेल्स टैक्स की चोरी बर्दाश्त नहीं होगी। रेलवे स्टेशन के चोर रास्तों पर पूरी निगाह रखी जा रही है। इसके अलावा सड़क मार्ग से आने वाले माल को लाने वाली ट्रांसपोर्ट कंपनियों व उनके गोदामों का रिकार्ड भी जमा किया जा रहा है। व्यापारी विभाग को सहयोग दें और बिल वाला सामान ही लाएं। अन्यथा विभाग कानूनी कार्रवाई के लिए विवश होगा।
- पीके मल्होत्रा, एईटीसी मोबाइल विंग।