धौलकलां के तालाब को नायाब बनाने का आगाज
धीरज कुमार झा, धौलकलां (अमृतसर) सांसद कैप्टन अमरिंदर सिंह के 'गोद' लिए गांव धौलकलां का तालाब अ
धीरज कुमार झा, धौलकलां (अमृतसर)
सांसद कैप्टन अमरिंदर सिंह के 'गोद' लिए गांव धौलकलां का तालाब अब नायाब दिखेगा। गांव के बीचोबीच करीब दो एकड़ रकबे में बने छप्पड़ को संवारने का काम शुरू कर दिया गया है। गांव के सरपंच दिलराज सिंह सरकारिया की मौजूदगी में छप्पड़ से घास-बूटी हटाने का काम शुरू किया गया। 'दैनिक जागरण' की मुहिम तलाश तालाबों से प्रेरित होकर सरपंच ने छप्पड़ को संवारने का संकल्प लिया था।
दिलराज सिंह सरकारिया ने बताया कि छप्पड़ के जीर्णोद्धार पर 2.59 लाख की राशि खर्च की जा रही है। पंचायत के खजाने में राशि जमा हो चुकी है। कई दशकों से छप्पड़ की सफाई नहीं हुई है, जिसके कारण यह सिकुड़ने लगा था। इसलिए पहले चरण में छप्पड़ से जड़ी-बूटी हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। आधा दर्जन मजदूरों ने छप्पड़ से जड़ी-बूटी निकालने का काम शुरू कर दिया है। इसके बाद तालाब में जमा गार, काई व सिल्ट हटाई जाएगी। जेसीबी मशीन से 20 से 25 फुट तक इसकी खुदाई करवाई जाएगी। इसके बाद भू जल स्तर भी बढ़ेगा और तालाब लबालब नजर आएगा।
सरकारिया ने कहा कि छप्पड़ को पुनर्जीवित करने के बाद भविष्य में दो एकड़ के इस तालाब के चारों ओर चारदीवारी भी की जाएगी। ताकि इस पर अतिक्रमण न हो सके। चारदीवारी पर करीब 10 लाख की लागत आएगी। सांसद कैप्टन अमरिंदर सिंह से आग्रह कर उनके कोष से यह राशि ली जाएगी। महज तीस साल के सरपंच सरकारिया सामाजिक सरोकारों को बखूबी समझते हैं। जल की अहमियत और आने वाले दिनों में तालाब की जरूरत को भांपते हुए दिलराज ने कहा कि अमूमन हर गांव में एक छप्पड़ होता है जो कि जीवनदायिनी है। अगर इसे नहीं संवारा गया तो आने वाले भविष्य के सामने गंभीर चुनौती होगी।
तीन हजार लोग होंगे लाभान्वित
दिलराज कहते हैं कि तालाब के नवजीवन के बाद गांव धौलकलां के तीन हजार लोगों को इसका लाभ मिलेगा। गांव के लोग इस तालाब का इस्तेमाल कर सकेंगे। यही नहीं गांव के पशु, पक्षी भी तालाब में अपनी प्यास बुझाकर गर्मी से निजात पा सकेंगे।