गुरुद्वारों के प्रबंध के लिए गाइड लाइन जारी
जागरण संवाददाता, अमृतसर : एसजीपीसी अध्यक्ष जत्थेदार अवतार सिंह मक्कड़ के आदेश पर गुरुद्वारा साहिबान क
जागरण संवाददाता, अमृतसर : एसजीपीसी अध्यक्ष जत्थेदार अवतार सिंह मक्कड़ के आदेश पर गुरुद्वारा साहिबान के प्रबंध को सुचारू रूप से चलाने और समस्या से निपटने के लिए सेक्शन 85 के मैनेजर व एसजीपीसी के अधिकारियों के बीच तेजा सिंह समुंदरी हाल में बैठक हुई।
बैठक में एसजीपीसी सचिव डा. रूप सिंह ने कहा कि वे सभी सौभाग्यशाली है कि उनको एसजीपीसी में सेवा करने का अवसर मिला है। गुरुघरों में मैनेजर की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। जिस पर खरा उतरना आपकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि गुरु घरों में अनैतिकता, भ्रष्टाचार या नशाखोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी मैनेजर कार्यालय द्वारा मागी प्रत्येक जानकारी समय पर दें, जो दस दिनों में जवाब नहीं देगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि हर मैनेजर संगत के साथ व्यवहार ठीक रखें और उनके सुझाव आदि पर अमल करे। गुरुघरों में साफ-सफाई आदि का खास ख्याल रखा जाए। गुरु घरों का इतिहास बढि़या तरीके से लिखवा कर प्रवेश द्वार और बोर्ड लगाया जाए। मैनेजरों को गुरुद्वारा साहिब के इतिहास की जानकारी हो। गुरु घरों के प्रबंधक होने के साथ साथ सिखी के प्रचार प्रसार की ओर विशेष ध्यान दिया जाए। धर्म प्रचार कमेटी के प्रचारकों से तालमेल रखे। हर गुरुद्वारा साहिब में अग्नि शमन यंत्र तुरंत लगाए जाएं और गुरुद्वारा साहिब में लगे बिजली उपकरण व वाय¨रग की तरफ विशेष ध्यान दिया जाए। सुख आसन स्थल पर दरबार में हुई वाय¨रग की समय समय पर चेकिंग की जाए। सुबह-शाम मैनेजर प्रबंधों का जायजा ले। लंगर व रिहायश आदि की सफाई का खास ध्यान रखा जाए। इमारती काम का पहला मास्टर प्लान तैयार हो। फिर सारा काम निश्चित तरीके से करवाया जाए। गुरुद्वारा साहिब में चल रही कार सेवा कब शुरू हुई, कितना काम हुआ है व कितना बाकी है, काम की रफ्तार के बारे में मुकम्मल जानकारी कार्यालय को भेजी जाए। जिन मुलाजिमों को वर्दी मिलती है वह अपनी वर्दी में ही डयूटी करे। बिजली पानी के दुरुपयोग न किया जाए।
इससे पहले दलजीत सिंह बेदी, बलविंदर सिंह जौड़ा सिंघा, हरभजन सिंह मनावा, रंजीत सिंह ने भी अपने विभागों के बारे मैनेजरों से विचार विमर्श करते हुए जरूरी हिदायत की। मंच की सेवा सुखदेव सिंह भूरा कोहना ने निभाई। बैठक में केवल सिंह, हरभजन सिंह मनावा, म¨हदर सिंह आहली, जसविंदर सिंह, संतोख सिंह, भुपिंदर सिंह, जगजीत सिंह, हरजीत सिंह लालू घुम्मन, गुरदेव सिंह उबोके, गुरचरण सिंह, कुलविंदर सिंह, बलविंदर सिंह, हरजिंदर सिंह, मलकीत सिंह आदि मौजूद थे।