इंसाफ के लिए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की शरण में ज्योति
जागरण संवाददाता, अमृतसर : दहेज मांगने पर शादी से इंकार कर दूल्हे समेत बारात को वापस लौटाने वाली ज्यो
जागरण संवाददाता, अमृतसर : दहेज मांगने पर शादी से इंकार कर दूल्हे समेत बारात को वापस लौटाने वाली ज्योति ने इंसाफ के लिए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग का दरवाजा खटखटाया है। आयोग के उपाध्यक्ष डॉक्टर वेरका ने मामले को सुनने के बाद पुलिस कमिश्नर को आरोपी परिवार के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने का आदेश देते हुए 29 अप्रैल को एक्शन टेकन रिपोर्ट तलब कर ली है।
ज्योति अपने पिता के साथ शुक्रवार को आयोग के समक्ष पेश हुई। उन्होंने इंसाफ की गुहार लगाते हुए कहा कि आरोपियों को सलाखों के पीछे होना चाहिए था, लेकिन वे उल्टा आरोप लगा रहे हैं कि हमने उनके बेटे को अगवा किया। विवाह वाले दिन जब उन्होंने पाच लाख रुपये का दहेज मांगा तो विरोध करने पर वे भाग गए। ज्योति ने कहा कि वह लखनऊ निवासी आरोपी लड़के के प्यार में फंस गई थी और उसे नहीं मालूम था कि वह उनसे दहेज मागेंगे। ज्योति ने आरोप लगाया कि जब लड़के के परिवार को पता चला कि वह अनुसूचित जाति से संबंध रखती है तो लड़के के परिवार वाले हमें अलग नजरों से देखने लगे थे। ज्योति ने कहा कि आरोपी भूपिंदर ने उसका पासपोर्ट भी अपने पास रखा है। गौरतलब है कि दो साल पहले ज्योति और भूपिंदर की दोस्ती फेसबुक के जरिए हुई थी। दोनों परिवारों की सहमति के बाद 21 अप्रैल को ज्योति और भूपिंदर का विवाह होने वाला था। जब बारात आई तो दूल्हा के परिवार ने पाच लाख रुपये की माग की। इस बारे जब ज्योति को पता चला तो उसने दूल्हा और उसके परिवार को बाहर का रास्ता दिखा दिया।