टेस्टिंग किट खत्म, लैब हुई बंद
संवाद सहयोगी, अमृतसर : आखिरकार वही हुआ जिसका अंदेशा था। महज तीन दिन स्वाइन फ्लू टेस्टिंग किट खत्म हो
संवाद सहयोगी, अमृतसर : आखिरकार वही हुआ जिसका अंदेशा था। महज तीन दिन स्वाइन फ्लू टेस्टिंग किट खत्म होने के कारण पंजाब की इकलौती स्वाइन फ्लू टेस्टिंग लैब बंद हो गई है। अब स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए फिर से चंडीगढ़ स्थित पीजीआइ भेजे जा रहे हैं। दरअसल, स्वाइन फ्लू की जांच के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेज में स्थापित टेस्टिंग लैब में जर्मनी से मंगवाई गई किट महज 20 टेस्ट करने के बाद ही दम तोड़ गई। एक किट में 25 से 30 टेस्ट किए जा सकते हैं।
सरकारी मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2013 में खुली यह लैब सिर्फ इसलिए क्रियान्वित नहीं हो पा रही थी क्योंकि भारत सरकार द्वारा यहां टेस्टिंग किट नहीं भेजी जा रही थी। पिछले महीने भारत सरकार ने जर्मनी से किट का आयात किया। 12 फरवरी को किट चेन्नई बंदरगाह पर पहुंची, पर कस्टम क्लीयरनेंस के कारण दस दिनों तक धूल फांकती रही। खैर, सरकार ने प्रयास किया तो यह किट मेडिकल कॉलेज को मिल गई।
इस एकमात्र किट से मेडिकल कॉलेज में टेस्ट शुरू किए गए। रविवार को 20 टेस्ट पूरे होने पर यह किट जवाब दे गई। एच1-एन1 इन्फ्लुएंजा की जांच के लिए इस किट का प्रयोग किया जाता है। सामान्यत: एक किट से 20 सैंपलों की जांच हो सकती है। सबसे अहम बात यह है कि पांच से दस सैंपल इस किट को संचालित करने में ही व्यय हो जाते हैं। यही कारण है कि इस एक किट से 20 सैंपलों की ही जांच हो पाई।
सरकारी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. संतोख सिंह का कहना है कि उन्होंने विभाग को पत्र लिखा है। नई किटें मांगी गई हैं। जल्द ही विभाग द्वारा किटें खरीदकर कॉलेज में भेज दी जाएंगी।