बर्ड फ्लू तो नहीं कौओं की मौत का कारण
जागरण संवाददाता, तरनतारन : जिले के गांव बघियाड़ी में पापुलर के पेड़ों के पास शनिवार को 370 कौओं की मौत
जागरण संवाददाता, तरनतारन : जिले के गांव बघियाड़ी में पापुलर के पेड़ों के पास शनिवार को 370 कौओं की मौत संदिग्ध बनी हुई है। कहीं, इन कौओं की मौत बर्ड फ्लू के कारण तो नहीं हुई?। इसकी जांच के लिए जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। हालांकि कोई भी अधिकारी इस संबंध में खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।
गांव बघियाड़ी में किसान कश्मीर सिंह ने अपने ढाई एकड़ के खेत में पापुलर लगाए हैं। जहां पर काफी समय से कौओं के घोंसले बने हुए हैं।
शनिवार बाद दोपहर किसान कश्मीर सिंह जब खेतों में पहुंचा तो सैकड़ों कौए मरे मिले। मौके पर डीसी बलविंदर सिंह धालीवाल के आदेश पर एसडीएम डॉ. अनुप्रीत कौर ने वेटनरी विभाग की टीम को भेजा। वेटनरी विभाग के सुखविंदर सिंह अश्विनी कुमार, बलविंदर सिंह व हरविंदर सिंह की टीम ने मृतक कौओं के सैंपल जमा किए व जांच के लिए जालंधर की लेबोरेट्री में भेजा। जिसकी रिपोर्ट में स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कौओं की मौत बर्ड फ्लू से हुई है। लेकिन देश में बर्ड फलू के फैले आतंक व पंचकूला में बर्ड फलू का पहला संदिग्ध केस सामने आने के बाद प्रशासन किसी भी तरह की चूक नहीं करना चाहता। सूत्रों के मुताबिक मृतक कौओं के सैंपल जांलधर की लैब से आने के बाद अब भोपाल से आने वाली रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। वेटनरी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर रमिंदर मोंगा व अन्य अधिकारियों के साथ जनरल सहायक (जीए) अमरिंदर सिंह टिवाणा ने रविवार को बैठक की। जिसमें फैसला किया गया कि भोपाल से रिपोर्ट मंगवाई जाए।
सूत्रों की माने तो किसी खेत में कीटनाशक दवा के सप्रे का असर इन कौओं पर पड़ा हो सकता है। जिले के डीसी बलविंदर सिंह धालीवाल ने दैनिक जागरण को बताया कि संभव है कि यह मामला बर्ड फलू से जुड़ा न हो फिर भी मामले की बारीकी से जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होने बताया कि तहसीलदार से भी रिपोर्ट मांगी गई है। जंगली जीव, नव विभाग को आदेश दिए गए हैं कि हरिके बर्ड सेंक्चुअरी और अन्य स्थानों पर नजर रखी जाए ताकि पक्षियों का किसी भी तरह का कोई नुकसान न हो पाए।