काम पर लौटे वकील, अदालत से मांगेगे इंसाफ
जागरण संवाददाता, अमृतसर : पिछले पंद्रह दिनों से अमृतसर बार एसोसिएशन के एडवोकेट अमित शर्मा विद्रोही
जागरण संवाददाता, अमृतसर :
पिछले पंद्रह दिनों से अमृतसर बार एसोसिएशन के एडवोकेट अमित शर्मा विद्रोही पर हुए हमले के बाद न्याय के लिए अदालत के बाहर रोष-प्रदर्शन कर रहे वकीलों ने शुक्रवार को अदालत के भीतर जाकर कामकाज निपटाया। पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस से मिलने के बाद वकील रोष-प्रदर्शन के बजाए न्याय लेने के लिए कानूनी रास्ते पर चल पड़े। अदालत में 15 दिन बाद कामकाज पर वकीलों के लौटते ही सूनी कचहरी में रौनक भर गई।
दैनिक जागरण के साथ बातचीत करते हुए अमृतसर बार एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट परमिंदर सिंह सेठी ने कहा कि अमित शर्मा विद्रोही पर हुए हमले की जानकारी वीरवार को चंडीगढ़ में न्यायाधीश एसके मित्तल को दी गई। न्यायाधीश ने अमित शर्मा विद्रोही से घटना की जानकारी लेने के बाद कहा कि न्याय लेने के लिए हमारे पास अदालत है। वकील कानून को हाथ में न लें, इंसाफ के लिए अदालत जाएं। चंडीगढ़ में हुई इस मुलाकात में पंजाब बार कौंसिल के चेयरमैन के साथ-साथ पूर्व सेक्रेटरी करनजीत सिंह के साथ-साथ अमृतसर बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान वीके ढंड, एडवोकेट नवदीप प्लेटो, अमित शर्मा विद्रोही, प्रशांत कुमार भी मौजूद थे।
परमिंदर सेठी ने बताया कि एडवोकेट अमित शर्मा विद्रोही पर हमला करने वालों पर धारा 307 हटाने के पीछे सियासी साजिश है। इस मामले में हाईकोर्ट में अमृतसर पुलिस को कटघरे में खड़ा करेंगे। जबकि अमृतसर की अदालत में सारे मामले को लेकर आरोपी पार्टी के साथ-साथ संबंधित पुलिस अधिकारियों को पार्टी बनाया जाएगा। सारे मामले के लिए लीगल टीम बना दी गई है। अमित शर्मा विद्रोही पर हमला करने वालों पर धारा 307 लगाने व आरोपी पक्ष के तरफ से आत्महत्या की कोशिश करने वाली दोनों युवतियों के खिलाफ धारा 309 के तहत मामला दर्ज करने के लिए अदालत का रुख करेंगे।
काम पर लौटे वकील
शुक्रवार को अदालत का कामकाज शुरू हुआ। शुक्रवार को अदालत आए राजेश मेहरा (ग्रीन एवेन्यू), प्रशांत गुप्ता (नमक मंडी), राहुल कश्यप (रानी बाग), सुनीता व किरण (पुतली घर) ने कहा कि इंसाफ होना चाहिए, जो वकील लोगों को इंसाफ दिलाते हैं वह अपने इंसाफ के लिए सड़कों पर उतरें, ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अमृतसर पुलिस को किसी दबाव में आकर काम नहीं करना चाहिए।