डंप के मुद्दे पर मेयर की अग्निपरीक्षा
धीरज कुमार झा, अमृतसर गुरुनगरी की सफाई के मुद्दे पर मेयर बख्शीराम अरोड़ा दो साल के दौरान नाकामयाबी
धीरज कुमार झा, अमृतसर
गुरुनगरी की सफाई के मुद्दे पर मेयर बख्शीराम अरोड़ा दो साल के दौरान नाकामयाबी की हैट्रिक जड़ चुके हैं। सफाई को पहला झटका तब लगा जब शहर के 45 वार्डो में घर-घर जाकर कचरा उठाने वाली मुंबई की एंटनी कंपनी करार तोड़कर फरार हो गई। श्री हरिमंदिर साहिब के आसपास नाइट सेनीटेशन स्कीम बंद होना मेयर की दूसरी नाकामयाबी थी। अब भगतांवाला डंप के मुद्दे पर मेयर अग्निपरीक्षा के दौर से गुजर रहे हैं।
सॉलिड वेस्ट प्रोजेक्ट के पहले चरण के तहत पूर्व मेयर श्वेत मलिक के कार्यकाल के दौरान दो तिहाई शहर (45 वार्डो) में घर-घर जाकर कचरा उठाने का ठेका मुंबई की एंटोनी कंपनी को दिया गया था। इस पर हर माह औसतन 40 लाख रुपये खर्च हो रहा था। पर, वक्त पर यह राशि नहीं मिलने से मुंबई की कंपनी अगस्त 2012 में करार तोड़ फरार हो गई थी। सफाई के मुद्दे पर यह मेयर की पहली बड़ी नाकामी थी।
अरोड़ा के कार्यकाल में ही श्री हरिमंदिर साहिब के आसपास के राह की सफाई के लिए नाइट सेनीटेशन मुहिम अगस्त 2013 में शुरू हुई थी। चंडीगढ़ की कंपनी को ठेका दिया गया, लेकिन एक साल बाद नाइट सेनीटेशन स्कीम भी अंधेरे में गुम हो गई। सालाना 30 लाख रुपये निगम इस स्कीम को चालू रखने के लिए नहीं जुटा पाया। निगम का तर्क था कि निकाय विभाग ने इसकी मंजूरी नहीं दी। अब भगतांवाला डंप के मुद्दे पर मेयर पूरी तरह फेल साबित हुए हैं।
भगतांवाला डंप के मुद्दे पर मेयर अग्निपरीक्षा के दौर से गुजर रहे हैं। शहर में महामारी फैलने का खतरा उत्पन्न होने लगा है। पर, प्रशासनिक स्तर पर कोई फैसला लेने में अब तक मेयर विफल रहे हैं। खफा जनता सड़क पर उतर आई है। अकालियों ने निगम सदन की बैठक बुलाने का अल्टीमेटम दे दिया है तो कांग्रेस ने आपात बैठक बुलाने की मांग की है। गंदगी पर हो रही गंदी राजनीति के साथ शहर की सफाई के लिए सदन की बैठक में इस पर खुलकर चर्चा करने के लिए मेयर ने होमवर्क शुरू कर दिया है। उन्होंने सियासी सिपहसालारों के साथ शुक्रवार को इस पर चर्चा भी की। मेयर जल्द ही निगम की बैठक बुलाने का ऐलान करने वाले हैं।
हंगामे के लिए नहीं समाधान के लिए बुलाएंगे बैठक : मेयर
मेयर बख्शीराम अरोड़ा ने कहा कि सियासी हंगामे के लिए नहीं बल्कि शहर में गंदगी की समस्या के समाधान के लिए हाउस की बैठक बुलाने पर विचार किया जा रहा है। अकाली-भाजपा पार्षद एकजुट होकर इस मसले का हल ढूंढेंगे। इसके लिए सदन की बैठक जल्द बुलाई जाएगी।
डंप पर चर्चा के लिए चंडीगढ़ पहुंचे डीसी-निगम कमिश्नर
भगतांवाला डंप के मुद्दे पर शहर की हालत पर सरकार से चर्चा के लिए डीसी रवि भगत और निगम कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल शुक्रवार को चंडीगढ़ रवाना हुए। उन्होंने उच्चाधिकारियों के साथ बैठकें भी की। हालांकि, उन्होंने इस बारे में कुछ भी बताने से गुरेज किया।
तीन दिन की छंट्टी के बाद ही निकलेगा हल
अगले तीन दिन तक सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे। शनिवार व रविवार को दफ्तरों में अवकाश रहेंगे, जबकि सोमवार को भी सरकारी दफ्तरों में छुंट्टी रहेगी। लिहाजा अब तीन दिन के बाद ही सफाई की समस्या का हल निकलने की उम्मीद है।