जब कांग्रेस कार्यकर्ता की हरकत पर आग बबूला हो गई थीं प्रियंका गांधी, जानें क्या था मामला
सक्रिय राजनीति में एंट्री लेने वाली प्रियंका को कार्यकर्ता हाथों-हाथ लेते हैं। इसकी वजह उनकी छवि ही है। लेकिन इस आकर्षक छवि के कारण वह कई बार मुश्किल में भी पड़ जाती हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। प्रियंका गांधी को लोकसभा चुनाव से पहले मैदान में उतारकर कांग्रेस ने बहुत बड़ा दांव खेला है। पार्टी ने प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश ईस्ट के लिए महासचिव बनाया है। उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई है जो भारतीय जनता पार्टी का गढ़ है। कांग्रेस का ये दांव भाजपा के लिए भारी पड़ सकता है, क्योंकि प्रियंका का एक अलग आकर्षण है। प्रियंका लोकप्रियता में राहुल गांधी को भी मात देती हैं। यही वजह है कि प्रियंका जब किसी रैली या रोड शो का हिस्सा बनती हैं, तो काफी भीड़ नजर आती है। प्रियंका को अपने आकर्षण की वजह से कई बार मुश्किलों को भी सामना करना पड़ा है।
बीते साल अप्रैल महीने में उत्तर प्रदेश के उन्नाव और जम्मू-कश्मीर के कठुआ दुष्कर्मकांड के विरोध में कांग्रेस ने मान सिंह रोड से इंडिया गेट तक कैंडल मार्च निकाला था। इस दौरान भारी भीड़ में प्रियंका गांधी को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। मार्च के दौरान उनसे धक्का मुक्की भी हुई थी, जबकि उनके साथ सभी कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे। इसके बाद प्रियंका गांधी ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को जमकर खरीखोटी सुनाई थी।
कैंडल मार्च के दौरान प्रियंका को चारों तरफ से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने घेर लिया था। ऐसे में भीड़ के कारण वो बाहर नहीं निकल पा रहीं थीं। इस दौरान प्रियंका के साथ धक्का-मुक्की भी होने लगी, जिससे वह काफी डर गई थीं। प्रियंका के डर का आलम यह था कि उन्हें भीड़ से बाहर निकलने के लिए लोगों को कोहनी भी मारनी पड़ी थी। काफी मशक्कत के बाद वह भीड़ से बाहर निकल पाईं। भीड़ से बाहर आने के बाद उनके चेहरे पर डर साफ झलक रहा था।
दरअसल, कैंडल मार्च के दौरान उनकी बेटी भी भीड़ में फंस गईं थी और डरकर रोने लग गई थी। इसके बाद प्रियंका बैरीकेड को धक्का देते हुए आगे बढ़ीं और अपनी बेटी को चुप कराकर गले लगाया और भीड़ से बाहर निकल गईं। इस घटना से प्रियंका गांधी काफी आहत हुई थीं। प्रियंका ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर आग-बबूला होते हुए कहा कि 'आप खुद से पूछिए आप यहां क्या करने आए हैं और क्या कर रहे हैं'। उन्होंने कहा कि 'जिसे धक्का मारना है वो घर चला जाए, नहीं तो शांति के साथ आगे आएं'। प्रियंका ही नहीं, राहुल गांधी को भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की धक्का-मुक्की का सामना करना पड़ा था। इसके बाद एसपीजी ने राहुल को कुछ देर के लिए गाड़ी में बैठा लिया।
गौरतलब है कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुआई में निकाले गए कैंडल मार्च में प्रियंका वाड्रा, राबर्ट वाड्रा, उनकी बेटी के साथ अहमद पटेल, दिग्विजय सिंह, सलमान खुर्शीद, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन, रणदीप सिंह सुरजेवाला, अशोक गहलोत, अंबिका सोनी सहित कई कांग्रेस नेता शामिल हुए थे। दरअसल, प्रियंका को लोग उनकी दादी इंदिरा गांधी से जोड़कर देखते हैं, क्योंकि वह काफी हद तक उनके जैसी दिखती हैं। इसलिए रैली और रोड शो में प्रियंका को देखने के लिए लोग पहुंचते हैं।