महाशतक के बाद ईश्वर से पूछा, मैंने क्या गलत किया था
सचिन तेंदुलकर से आज जब उनके 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक के लंबे इंतजार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने दार्शनिक अंदाज में जवाब दिया। सचिन के मुताबिक शतक लगाने के बाद उन्होंने उपर देखकर भगवान से पूछा था कि आखिर उन्होंने क्या गलती की थी जो एक शतक के लिए इतना लंबा इंतजार कराया।
मुंबई। सचिन तेंदुलकर से आज जब उनके 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक के लंबे इंतजार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने दार्शनिक अंदाज में जवाब दिया। सचिन के मुताबिक शतक लगाने के बाद उन्होंने उपर देखकर भगवान से पूछा था कि आखिर उन्होंने क्या गलती की थी जो एक शतक के लिए इतना लंबा इंतजार कराया।
तेंदुलकर ने कहा, मैं हमेशा ईश्वर में विश्वास करता हूं। मेरे पिताजी भी ईश्वर को मानते थे और मेरी मां भी। यहां तक कि जब मैं स्कूली दिनों में शिवाजी पार्क पर खेलता था तो ड्रिंक्स के दौरान मैं दौड़कर पास में स्थित गणपति मंदिर जाता था और वहां पानी पीता था। मुझे वहां का पानी पीने के बाद सकारात्मक ऊर्जा मिलती थी। जब मैंने 100वां शतक पूरा किया तो मैंने अपना बल्ला देखा और आसमान की तरफ देखकर भगवान से पूछा कि मैंने क्या गलत किया था। इसके लिए इतना लंबा इंतजार क्यों करना पड़ा। यह मेरे लिए मुश्किल समय था। मेरी प्रतिबद्धता में कहां कमी रह गई थी। आखिर में मैं उसे हासिल करने में सफल रहा और मैंने ड्रेसिंग रूम की तरफ देखा तथा खिलाडि़यों की तरफ अपना बल्ला और तिरंगा किया जो कि मेरे हेलमेट पर लगा है। मैंने यह देश के लिए किया था और सभी इसका हिस्सा थे। तेंदुलकर ने कहा, मुझे याद है कि जब मैं बच्चा था तब मेरे कोच [रमाकांत अचरेकर] मुझसे कहा करते थे कि यह खेल कभी क्रूर भी हो सकता है। चिंता मत करो प्रत्येक ऐसे दौर से गुजरता है। जब आप अच्छा करते हो तो खुद से सवाल नहीं करते हो कि मेरे साथ ऐसा क्यों हो रहा है। आपको लगता है कि आपने अच्छा किया। यहां तक कि बुरा दौर भी गुजर जाएगा। कुछ भी स्थाई नहीं होता।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर