मनुष्य जीवन परमात्मा की प्राप्ति के लिए है
आध्यात्मिक गुरु संतश्री आशाराम बापू ने कहा कि वास्तव में मनुष्य जीवन परमात्मा प्राप्ति के लिए ही है।
चंडीगढ़। आध्यात्मिक गुरु संतश्री आशाराम बापू ने कहा कि वास्तव में मनुष्य जीवन परमात्मा प्राप्ति के लिए ही है। सत्संग से सौभाग्य जागता है, संत दर्शन और सत्संग का लाभ अद्भुद है। सत्संग से छोटा से छोटा मनुष्य भी महान बन सकता है। शबरी को गुरु कि आज्ञा मानने से इतना फायदा हुआ कि भगवान राम स्वयं उनके पास आ गए, मीराबाई ,संत तुकाराम सशरीर भगवान् की मूर्ति में समा गए 7 गुरु की सेवा से चौरासी का चक्कर छूट जाता है।
संतश्री आशारामजी बापू के सानिध्य में दो दिवसीय गुरुपूर्णिमा महोत्सव सत्संग कार्यक्रम रविवार को यहां स्थानीय सेक्टर-34 के एग्जीबिशन ग्राउंड में सपन्न हुआ। कार्यक्त्रम में देश-विदेश के श्रद्धालुओं नेहिस्सा लिया।
बापूजी ने कहा कि व्यासजी ने शबर जाति के कृपालु भील पुत्र से वृक्ष नमन मन्त्र की दीक्षा ली और इतने महान होने पर भी सत्संग सभा में उठकर साधारण से भील पुत्र का सम्मान किया।
भारतीय संस्कृति पर हो रहा विदेशी आक्रमण
बापूजी ने वर्तमान समाजिक परिस्थिति पर कहा कि आज भारतीय संस्कृति के आधार स्तंभ संतों और आस्था केन्द्रों पर आक्रमण हो रहे हैं। विदेशी चैनलो के माध्यम से भारत की गौरवशाली संस्कृति को, संस्कारों को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
दिया मंत्र दीक्षा का दान
सत्संग स्थल पर रविवार सुबह मंत्र दीक्षा का का विशेष सत्र रखा गया। जिसमें संत आसारामजी बापू द्वारा बच्चों को बुद्धि, स्मरण शक्ति बढ़ाने हेतु सारस्वतय मंत्र की दीक्षा दी गयी व बड़ो को गुरुमंत्र की दीक्षा प्रदान की गयी।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर