मचैल यात्रा: पैसों की खातिर दांव पर भक्तों की जान
मचैल यात्रा में श्रद्धालुओं के लिए हेलीकॉप्टर सेवा तो उनकी सहूलियत के लिए उपलब्ध करवाई गई है, लेकिन चंद पैसों की लालच में भक्तों की जान को दांव पर रखा जा रहा है।
किश्तवाड़। मचैल यात्रा में श्रद्धालुओं के लिए हेलीकॉप्टर सेवा तो उनकी सहूलियत के लिए उपलब्ध करवाई गई है, लेकिन चंद पैसों की लालच में भक्तों की जान को दांव पर रखा जा रहा है। सुमित एविएशन और डेक्कन चार्जर ने गुलाबगढ़ से मचैल के लिए हेलीकॉप्टर सेवा दे रही हैं, लेकिन दोनों ही नियमों की धज्जियां उड़ा रही हैं।
नियमानुसार, हेलीकॉप्टर में एक पायलट और एक को-पायलट होते हैं पर दोनों कंपनियां एक पायलट से ही काम चला रही हैं। को-पायलट की जगह पर एक सवारी बैठाकर 5250 रुपये की कमाई कर रहे हैं। एग्रीमेंट में दोनों कंपनियों को एक-एक हेलीकॉप्टर चलाने की इजाजत है, लेकिन भीड़ बढ़ते ही दो-दो हेलीकॉप्टर उड़ा देते हैं। बात यहीं खत्म नहीं होती। हेलीकॉप्टरों में प्रयोग किए जाने वाला ईंधन भी खुले में ही रखा गया है। इन्हें ऐसा करने से रोकने वाला कोई नहीं।
पुलिस और प्रशासन सभी ने आंखें मूंद रखी हैं। एसएचओ और पाडर के तहसीलदार हैलीपेड पर ही होते हैं, लेकिन उनके सामने ही नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती है। सेवा शुरू होने के तीन दिन बाद एविएशन कमिश्नर ने मचैल का दौरा भी किया था। उन्हें उस दौरान कोई खामी नजर नहीं आई और सबकुछ सही बताकर यहां से चले गए। अब यात्रियों की जिंदगी से खिलवाड़ हो रहा है। लापरवाहियों की वजह से दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है। वहीं, इस संबंध में डीसी सलीम मुहम्मद ने कहा कि इस तरह की शिकायतों की जांच कराई जाएगी।
सुमित एविएशन के कैंप मैनेजर चंद्रा ने इस मुद्दे पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इन्कार किया।
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