Move to Jagran APP

राजा की जलेब में शरीक हुए 10 देवता

कुल्लू जिला में अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के दूसरे दिन वीरवार को विधिवत रूप से राजा की जलेब (रथयात्रा) की शुरुआत हो गई।

By Edited By: Published: Fri, 26 Oct 2012 11:38 AM (IST)Updated: Fri, 26 Oct 2012 11:38 AM (IST)
राजा की जलेब में शरीक हुए 10 देवता

कुल्लू। कुल्लू जिला में अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के दूसरे दिन वीरवार को विधिवत रूप से राजा की जलेब (रथयात्रा) की शुरुआत हो गई। वर्षो से चली आ रही इस जलेब परंपरा के पहले दिन राजा महेश्वर की जलेब में 10 देवताओं ने भाग लिया और देवताओं ने वाद्ययंत्रों की थाप के साथ ढालपुर मैदान की परिक्रमा की। रघुनाथ जी की यात्रा के साथ राजा की चानणी से चलकर यह ढालपुर मैदान के चारों ओर से होती हुई पुन: राजा की चानणी के पास समाप्त हुई। शोभायात्रा में कुल्लू के राजा महेश्वर सिंह को पालकी पर बैठाकर ढालपुर मैदान के चक्कर लगाए गए। गौर हो कि यह परंपरा दशहरा पर्व का हिस्सा है तथा यह लंका दहन तक निभाई जाएगी। पहले दिन निकली राजा की जलेब में देवताओं सहित भक्त काफी संख्या में शामिल हुए। वाद्य यंत्रों की थाप पर देवताओं ने भी झूमने का लुत्फ उठाया। इस अवसर पर नरसिंह की घोड़ी सज-धजकर जलेब में आगे चल रही थी। लंका दहन तक प्रतिदिन निकाले जानी वाली जलेब में हर रोज नए देवता अपनी उपस्थिति दर्ज करते हैं। हर देवता के पास पालकी रोक कर देवता का शेष राजा महेश्वर सिंह को दिया जाता है। बहरहाल, राजा की जलेब का क्रम सात दिन तक जारी रहेगा।

loksabha election banner

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.