परिक्रमा से भगवान शनि पूरी करते मनोकामना
चुन्नीगंज स्थित शनिदेव मंदिर भक्तों की अटूट आस्था का केंद्र है। यहां दूर दराज से भक्त दर्शन पूजन करने आते हैं।
कानपुर। चुन्नीगंज स्थित शनिदेव मंदिर भक्तों की अटूट आस्था का केंद्र है। यहां दूर दराज से भक्त दर्शन पूजन करने आते हैं। मान्यता है कि शनि और ब्रहृादेव की परिक्रमा, ब्रहृादेव को पांच दिनों तक गुलाब का फूल जल में डाल कर चढ़ाने से भक्तों की मनोकामना जरूर पूरी होती है। 27 अप्रैल को मंदिर के स्थापना दिवस पर तो यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ेगी। 35 वर्ष पूर्व शनिदेव मंदिर की स्थापना गंगा नारायण मेहरोत्रा जी ने की थी। वे जयपुर से प्रभु की मूर्ति लेकर आये थे। उनके निधन के बाद उनके पुत्र प्रेमू मेहरोत्रा द्वारा मंदिर में पूजन अर्चन का कार्य किया जाता है। मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ती है और भक्त सरसों के तेल का दीपक जलाने के साथ ही प्रभु की परिक्रमा करते हैं। स्थापना दिवस पर होने वाले समारोह के लिए मंदिर में तैयारियां चल रही हैं। समारोह पर सुबह मंगला आरती के साथ ही पूजन अर्चन शुरू होगा और ढाई बजे रात्रि तक भक्त दर्शन पूजन कर सकेंगे। मंदिर के प्रबंधक प्रेमू मेहरोत्रा ने बताया कि प्रभु को 51 किलो का केक अर्पित किया जायेगा। साथ ही फूलों से श्रृंगार भी होगा।
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