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विधानमंडल में गूंजा जंक्शन का हादसा

महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या स्नान पर्व की शाम इलाहाबाद जंक्शन रेलवे स्टेशन पर हुआ हादसा बुधवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में गूंजा। विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर श्रद्धालुओं की वापसी का समुचित प्रबंध किया गया होता तो इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर हादसा न हुआ होता और तीन दर्जन से ज्यादा लोगों की जानें न जातीं। सरकार को चेताया गया कि अगर व्यवस्था दुरुस्त नहीं रही तो फिर कोई हादसा हो सकता है।

By Edited By: Published: Thu, 21 Feb 2013 11:08 AM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2013 11:08 AM (IST)
विधानमंडल में गूंजा जंक्शन का हादसा

लखनऊ, जागरण ब्यूरो। महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या स्नान पर्व की शाम इलाहाबाद जंक्शन रेलवे स्टेशन पर हुआ हादसा बुधवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में गूंजा। विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर श्रद्धालुओं की वापसी का समुचित प्रबंध किया गया होता तो इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर हादसा न हुआ होता और तीन दर्जन से ज्यादा लोगों की जानें न जातीं। सरकार को चेताया गया कि अगर व्यवस्था दुरुस्त नहीं रही तो फिर कोई हादसा हो सकता है।

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विधानसभा में सरकार की ओर से राजस्व मंत्री अंबिका चौधरी ने कहा कि मेले की जो सर्वोत्तम व्यवस्था हो सकती थी, वह की गई थी। सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने इस मामले पर डेढ़ घंटे की चर्चा स्वीकार की। उधर विधान परिषद में भी इस मामले पर सभापति गणेश शंकर पांडेय ने सरकार को प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

विधानसभा में बसपा नेता और नेता विरोधी दल स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि इलाहाबाद कुंभ की व्यवस्था पर हजारों करोड़ रुपये खर्च होने के बावजूद रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे ने देश का हिला दिया। उसी दिन मेले में भी अव्यवस्था के दौरान कुछ और श्रद्धालुओं की भी मौत हुई, पर सरकार ने लाशें छिपाने का कुकृत्य किया। भाजपा के हुकुम सिंह ने कहा स्नान के बाद भीड़ को कैसे वापस भेजा जाए अगर इसकी योजना बनाई गई होती तो यह हादसा न हुआ होता। कांग्रेस के अनुग्रह नारायण सिंह ने कहा सरकार जहां एक तरफ न्यायिक जांच की बात कह रही है तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री मौके पर पहुंच कर अफसरों को क्लीन चिट दे देते हैं। विपक्ष ने पिछले दिनों हुई बरसात में सरकार की सारी व्यवस्था छिन्न-भिन्न होने का भी जिक्र किया।

मंत्री अंबिका चौधरी ने सरकार की ओर से जवाब देते हुए कहा कि मेले की व्यवस्था की पूरी देश में सराहना हुई है। एक दिन में तीन करोड़ लोग स्नान करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि हादसा किस वजह से हुआ सभी जानते हैं। सरकार ने इसके कारणों की न्यायिक जांच के भी आदेश दे दिए हैं।

विधान परिषद में बसपा के नसीमुद्ददीन सिद्दीकी, भाजपा के विनोद पांडेय व कांग्रेस के नसीब पठान आदि सदस्यों ने मामले पर सरकार को घेरते हुए मेले में उचित व्यवस्था न होने के आरोप लगाए। नेता सदन अहमद हसन ने कहा विपक्ष को लाशों पर सियासत नहीं करनी चाही। सभापति ने कार्यस्थगन अस्वीकार कर दिया।

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