दिल्ली में 5 दिन रंग बिखेरेंगे मैथिली कार्यक्रम
<p>राष्ट्रीय राजधानी में 22 मार्च से 26 मार्च तक मैथिली महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें नाटकों के अलावा कथापाठ और काव्यपाठ भी होंगे। कथापाठ के आयोजन को कथा रवींद्र सागर नाम दिया गया है, जिसके तहत 24 मार्च को सारी रात मैथिली कहानियों का पाठ किया जाएगा और त्वरित समीक्षा भी की जाएगी। </p>
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में 22 मार्च से 26 मार्च तक मैथिली महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें नाटकों के अलावा कथापाठ और काव्यपाठ भी होंगे। कथापाठ के आयोजन को कथा रवींद्र सागर नाम दिया गया है, जिसके तहत 24 मार्च को सारी रात मैथिली कहानियों का पाठ किया जाएगा और त्वरित समीक्षा भी की जाएगी।
आयोजक संस्था मैथिली लोक रंग [मैलोरंग] की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, मिथिला महोत्सव में 22 मार्च को रवींद्र नाटय के तहत नाटक डाकघर का मंचन होगा। यह कार्यक्रम मुक्तधारा, भाई वीर सिंह मार्ग, गोल मार्केट में शाम 6.30 बजे शुरू होगा। यह प्रस्तुति मिथिलांगन संस्था की होगी। आर.के. आश्रम मार्ग मेट्रो स्टेशन से यह आयोजन स्थल करीब है।
23 मार्च को रवींद्र अर्पण के तहत नाटक जल डमरू का मंचन शाम सात बजे लिटिल थिएटर ग्रुप, एलटीजी सभागार में होगा। नाटय संस्था मैलोरंग की इस प्रस्तुति को देखने के लिए दर्शक मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन पर उतरकर जा सकते हैं।
24 मार्च को कथा रवींद्र सागर के तहत सगरि राति दीप जरय का 76वां आयोजन होगा। इस कार्यक्रम में सारी रात कहानियों का पाठ और पठित कहानियों पर समालोचकों द्वारा त्वरित समीक्षा की जाएगी। कथा रवींद्र सागर शाम छह बजे से अगले दिन सुबह छह बजे तक चलेगा। आयोजन स्थल अग्रवाल धर्मशाला, मधुबन रोड के करीब निर्माण विहार मेट्रो स्टेशन है।
25 मार्च को रवींद्र काव्य के तहत काव्य रचना पाठ होगा। आयोजन एम.एल.आर. एकेडमी ऑफ आर्ट, मधुबन रोड में होगा। यहां से भी निर्माण विहार मेट्रो स्टेशन करीब है।
26 मार्च को रवींद्र नाटय के तहत नाटक व्यवस्था का मंचन पंचकोसी, सहरसा की ओर से किया जाएगा। यह आयोजन मुक्तधारा, भाई वीर सिंह मार्ग, गोल मार्केट में शाम 6.30 बजे शुरू होगा। इसी दिन नाटक काबुली वाला का मंचन इसी आयोजन स्थल पर शाम 7.30 बजे से होगा।