संगम नगरी से जवाब देंगे स्वामी नित्यानंद
दो साल पहले एक चर्चित सीडी को लेकर सुर्खियों में आए परमहंस नित्यानंद स्वामी का संगम आना अभी तय नहीं, मगर उन्होंने तीरथराज प्रयाग से अपनी रुसवाई का जवाब देने की तैयारी कर ली है। उनके आने से पहले उनकी 24 पेज की एक बुकलेट यहां आ रही है, जिसमें यह बताया गया है कि किस तरह स्वामी को लांक्षित किया गया।
कुंभ नगर। दो साल पहले एक चर्चित सीडी को लेकर सुर्खियों में आए परमहंस नित्यानंद स्वामी का संगम आना अभी तय नहीं, मगर उन्होंने तीरथराज प्रयाग से अपनी रुसवाई का जवाब देने की तैयारी कर ली है। उनके आने से पहले उनकी 24 पेज की एक बुकलेट यहां आ रही है, जिसमें यह बताया गया है कि किस तरह स्वामी को लांक्षित किया गया।
सेक्टर 10 स्थित नित्यानंद के आश्रम से मिली जानकारी के मुताबिक इस बुकलेट में पहले 10 पेज में स्वामी नित्यानंद के बारे में लेख है। इसके बाद विभिन्न विषयों पर आधारित वैज्ञानिक शोध का संकलन है। शेष 10 पेज में तीन मार्च वर्ष 2010 को एक टीवी चैनल पर दिखायी गई विवादास्पद वीडियो की चर्चा है। बुकलेट के जरिए यह बताने की कोशिश की गई है कि मामला पूरी तरह फर्जी था। संबंधित टीवी चैनल के सीईओ की बाद में दी गई यह सफाई भी बुकलेट में है कि फर्जी तरीके से यह वीडियो फिल्म बनायी गई थी, ताकि ब्लैकमेलिंग हो सके। नित्यानंद स्वामी के शिष्य और वाराणसी स्थित आश्रम के प्रमुख नित्य पूजानंद बताते हैं कि ऐसी चार एजेंसियों से उस वीडियो की जांच करायी गई थी, जो अमेरिकी गुप्तचर एजेंसी एफबीआइ के लिए काम करती हैं। उन्होंने जांच में वीडियो को फर्जी पाया था। नित्यानंद के एक अन्य शिष्य स्वामी नित्य आत्म मनीषानंद कहतेहैं कि महराज (स्वामी नित्यानंद) पर आरोप बेबुनियाद थे। इस बीच स्वामी नित्यानंद के शिविर में श्रद्धालुओं की आवाजाही शुरू हो गई है। आश्रम में रखी बड़ी पालकी, सिंहासन और नित्यानंद की आदमकद मूर्ति आकर्षण का केंद्र बनी है।
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