प्रकाशोत्सव: हजारों सिख श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारों में टेका माथा
मीरी पीरी के मालिक गुरु हरगोबिंद साहिब का प्रकाशोत्सव गुरुवार को राज्यभर में धूमधाम से मनाया गया। गुरुद्वारों में दीवान सजाए गए थे। हजारों की संख्या में सिख श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारों में माथा टेका।
जम्मू। मीरी पीरी के मालिक गुरु हरगोबिंद साहिब का प्रकाशोत्सव गुरुवार को राज्यभर में धूमधाम से मनाया गया। गुरुद्वारों में दीवान सजाए गए थे। हजारों की संख्या में सिख श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारों में माथा टेका।
जम्मू में मुख्य समारोह गुरुद्वारा छठी पातशाही तालाब तिल्लो में हुआ। इसमें दिल्ली से आए भाई मंजीत सिंह मीत, श्री दरबार साहिब अमृतसर के भाई रविंद्र सिंह हजूरी के अलावा स्थानीय रागी जत्थों ने शबद कीर्तनों से संगतों को निहाल किया। गुरुद्वारा छठी पातशाही में सुबह दस बजे श्री अखंड पाठ साहिब का भोग डाला गया। इसके बाद रागी जत्थों ने शबद कीर्तन किया। इस मौके पर छत्तीसगढ़ से आए प्रचारक भाई रंजीत सिंह व शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर की बीबी हरप्रीत कौर ने गुरु हरगोबिंद साहिब की जीवनी पर प्रकाश डाला।
कार्यक्त्रम के दौरान जिला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से संगत की मौजूदगी में एक प्रस्ताव भी पारित किया गया। इसमें कमेटी ने राज्य के स्कूलों में पंजाबी पढ़ाए जाने के आदेश जल्द लागू करने, बिक्त्रम चौक से रेलवे स्टेशन मार्ग को गुरु गोबिंद सिंह मार्ग का नाम देने और जम्मू विश्वविद्यालय में गुरु गोबिंद सिंह के नाम की एक चेयर स्थापित करने की मांग की। प्रस्ताव में गुलाम कश्मीर से पलायन कर राज्य में आकर बसे सिखों को उनका हक देने के अलावा सिखों को पांच प्रतिशत आरक्षण देने सहित वर्ष 1984 में हुए दंगों में मारे गए सिखों और उनकी संपत्ति को पहुंचे नुकसान का जायजा लेने के लिए गठित कमीशन की रिपोर्ट पर अमल कर इसे जल्द लागू करने की मांग की गई। समारोह में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान दलीप सिंह, कोषाध्यक्ष अत्तर सिंह, सचिव मंजीत सिंह व अन्य सिख प्रतिनिधि मौजूद थे।
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