नानी का पिंडदान करने ऑस्ट्रिया से हरिद्वार पहुंची
गंगा के प्रति अपार श्रद्धा और आस्था का परिणाम ही था कि ऑस्ट्रिया में रहने वाली दिवंगत फ्रेंसिस्का का पिंडदान उनकी नाती सुसेना ने हरिद्वार आकर किया। सुसेना बताती हैं कि उनकी नानी ने उन्हें सपने में भारत जाने की बात कही।
हरिद्वार, जागरण संवाददाता। गंगा के प्रति अपार श्रद्धा और आस्था का परिणाम ही था कि ऑस्ट्रिया में रहने वाली दिवंगत फ्रेंसिस्का का पिंडदान उनकी नाती सुसेना ने हरिद्वार आकर किया। सुसेना बताती हैं कि उनकी नानी ने उन्हें सपने में भारत जाने की बात कही। ऑस्ट्रिया में मिले ज्योतिषाचार्य से जब सुसेना ने ये बात बताई, तो उन्होंने भारत आकर पितरों का ऋण उतारने को कहा। बृहस्पतिवार को सुसेना समेत ऑस्ट्रिया की कई महिलाओं ने अपने पितरों का पिंडदान गंगा तट पर किया।
ऑस्ट्रिया की वियना निवासी सुसेना ने बताया कि नानी फ्रेंसिस्का और नाना लियोपोति का गंगा के प्रति अगाध प्रेम था और उनकी इच्छा थी कि कम से कम एक बार भारत आकर गंगा के दर्शन किए जाएं, लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हो पाया। उनकी यह ख्वाहिश थी कि मरने के बाद अस्थियां गंगा में विसर्जित की जाएं, लेकिन ऐसा भी नहीं हो सका। सुसेना ने बताया कि नाना-नानी का निधन होने के बाद नानी अक्सर उनके सपनों में आती हैं और बस यही कहती हैं कि मुझे इंडिया ले जाओ। इसलिए वह यहां आई।
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