जर्जर हो गई है टीम इंडिया की दीवार
ऐसा लग रहा है कि टीम इंडिया की दीवार अब जर्जर हो चुकी है। तभी तो दीवार के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ को आजकल गेंद दिख ही नहीं रही। कंगारुओं की कोई भी गेंद, चाहे वो गुडलेंथ हो या यार्कर या स्लोवर डिलेवरी, द्रविड़ किसी भी गेंद को अपने बल्ले से नहीं रोक पा रहे हैं। हर गेंद पर अगर कुछ होता है तो वो है उनके स्टंप का उखड़ना।
एडिलेड। ऐसा लग रहा है कि टीम इंडिया की दीवार अब जर्जर हो चुकी है। तभी तो दीवार के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ को आजकल गेंद दिख ही नहीं रही। कंगारुओं की कोई भी गेंद, चाहे वो गुडलेंथ हो या यार्कर या स्लोवर डिलेवरी, द्रविड़ किसी भी गेंद को अपने बल्ले से नहीं रोक पा रहे हैं। हर गेंद पर अगर कुछ होता है तो वो है उनके स्टंप का उखड़ना।
श्रीमान भरोसेमंद आस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही सीरीज में बुधवार को छठी बार बोल्ड हो गए और इस तरह से उन्होंने अपने नाम एक अनूठा रिकार्ड भी बना डाला। द्रविड़ भारत के चौथे ऐसे खिलाड़ी हैं जो एक सीरीज में छठी बार बोल्ड हुए। उनसे पहले चंदू सरवटे, भगवत चंद्रशेखर और अंशुमन गायकवाड़ के नाम पर संयुक्त रूप से यह रिकार्ड था। टेस्ट क्रिकेट में एक सीरीज में सर्वाधिक बार बोल्ड होने के रिकार्ड जैक मैसन और बिल ओ रिले के नाम पर हैं। ये दोनों आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी आठ-आठ बार बोल्ड हुए थे।
टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक बार बोल्ड होने वाले द्रविड़ भारत की अगली पारी में भी बोल्ड हो जाते हैं तो यह नया भारतीय रिकार्ड होगा और तब वह आस्ट्रेलिया के डब्ल्यू आर्मस्ट्रांग और दक्षिण अफ्रीका के टिम स्नूक की बराबरी करेंगे जो एक सीरीज में सात-सात बार बोल्ड हुए हैं।
आस्ट्रेलिया के कप्तान माइकल क्लार्क ने इस सीरीज में तिहरा शतक जड़ने के बाद दोहरा शतक भी लगाया। सर डान ब्रैडमैन और वाली हैमंड के बाद एक सीरीज में यह कारनामा करने वाले वह दुनिया के तीसरे बल्लेबाज बन गए हैं। ब्रैडमैन ने दो बार 1930 और 1934 में ऐसा किया था। यदि कप्तान के रूप में सीरीज में तिहरे और दोहरे शतक की बात की जाए तो क्लार्क ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी हैं।
ब्रैडमैन और ग्रीम स्मिथ कप्तान रहते हुए एक सीरीज में दो दोहरे शतक लगा चुके हैं और अब क्लार्क उसमें जुड़ने वाले तीसरे खिलाड़ी हैं। वैसे यह 15वां अवसर है जबकि एक सीरीज में किसी खिलाड़ी ने दो दोहरे शतक लगाए। ब्रैडमैन चार बार ऐसा कर चुके हैं जबकि पोंटिंग ने 2003-04 में भारत के खिलाफ यह कारनामा किया था। पोंटिंग और क्लार्क दोनों ने आस्ट्रेलियाई पारी में दोहरा शतक जमाया। टेस्ट क्रिकेट में यह 16वां अवसर है जबकि एक पारी में दो बल्लेबाजों ने ऐसा कारनामा किया। आस्ट्रेलिया की तरफ से चौथी बार एक पारी में दो खिलाडि़यों ने दोहरे शतक जमाए। यही नहीं एडिलेड ओवल में अब सर्वाधिक 19 दोहरे शतक बन चुके हैं जो कि रिकार्ड है। एडिलेड के बाद लंदन का ओवल मैदान [18 दोहरे शतक] दूसरे स्थान पर है।
पोंटिंग और क्लार्क ने चौथे विकेट के लिए 386 रन की साझेदारी की। यह भारत और आस्ट्रेलिया के बीच किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी भागीदारी है। इससे पहले का रिकार्ड भारत के वीवीएस लक्ष्मण और द्रविड़ के नाम पर था जिन्होंने 2001 में कोलकाता में 376 रन की साझेदारी की थी।
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