Move to Jagran APP

एडिलेड में लाज बचाने उतरेगा भारत

पहले तीन टेस्ट में शिकस्त के साथ पहले ही सीरीज गंवा चुकी भारतीय टीम मंगलवार से यहां शुरू हो रहे चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट में आस्ट्रेलिया को वाइटवाश से रोकने और अपना सम्मान बचाने के इरादे के साथ उतरेगी।

By Edited By: Published: Mon, 23 Jan 2012 09:32 PM (IST)Updated: Mon, 23 Jan 2012 09:32 PM (IST)
एडिलेड में लाज बचाने उतरेगा भारत

एडिलेड। पहले तीन टेस्ट में शिकस्त के साथ पहले ही सीरीज गंवा चुकी भारतीय टीम मंगलवार से यहां शुरू हो रहे चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट में आस्ट्रेलिया को वाइटवाश से रोकने और अपना सम्मान बचाने के इरादे के साथ उतरेगी।

loksabha election banner

पिछले हफ्ते वाका में पारी और 37 रन की शर्मनाक हार के साथ भारत पहले ही बार्डर-गावस्कर ट्राफी गंवा चुका है और टीम के शीर्ष खिलाडि़यों की क्षमता पर सवालिया निशान लग गया है। टीम इंडिया अब अंतिम टेस्ट में अपने खोए गौरव को दोबारा हासिल करने के लक्ष्य के साथ उतरेगी। गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग की सलामी जोड़ी अब तक नई गेंद के खिलाफ प्रभावी तकनीक दिखाने में नाकाम रही है और बड़ा स्कोर भी नहीं बना पाई है। गंभीर ने कड़ी मेहनत की है और वह आफ स्टंप के बाहर जाती गेंद को छोड़ने के लिए तैयार भी दिख रहे हैं लेकिन पुरानी आदत के कारण कई बार बाहर जाती गेंदों पर बल्ला अड़ा रहे हैं जिसके कारण वह विकेट के पीछे कैच थमा रहे हैं। सहवाग आफ स्टंप से बाहर की ओर सीम होती गेंद का शिकार हुए हैं और अधिकांश बार उन्होंने भी विकेट के पीछे ही कैच थमाया है।

आस्ट्रेलियाई ने अपनी रणनीति को काफी अच्छी तरह अंजाम दिया है। गंभीर दो साल से अधिक समय से कोई शतक नहीं बना पाए हैं जबकि सहवाग ने लगभग एक साल से सैकड़ा नहीं जड़ा है। सहवाग और गंभीर के बीच इस सीरीज की सबसे बड़ी साझेदारी 24 रन की है। गंभीर ने मौजूदा सीरीज में अब तक एक अर्धशतक की मदद से 24 की औसत से रन बनाए हैं जबकि सहवाग का औसत केवल 19.66 रन प्रति पारी रहा है। भारत को सबसे अधिक खामियाजा राहुल द्रविड़ की खराब फार्म का उठाना पड़ रहा है। द वाल के नाम से मशहूर यह दिग्गज बल्लेबाज लय में नहीं है और अब टीम में उनकी उपयोगिता पर सवाल उठने लगे हैं।

द्रविड़ मौजूदा सीरीज की छह पारियों में पांच बार बोल्ड हुए हैं जो संभवत: इस बात का संकेत है कि 163 टेस्ट खेलने वाले इस 39 वर्षीय बल्लेबाज पर उम्र हावी होने लगी है। भारत की ओर से अब तक सचिन तेंदुलकर ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है लेकिन पर्थ के वाका की उछाल भरी पिच ने उन्हें भी काफी परेशान किया। वीवीएस लक्ष्मण अपना करियर बचाने के लिए खेल रहे हैं। लक्ष्मण के पास आफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों का कोई जवाब नहीं है और छह पारियों में सिर्फ 17 की औसत से 102 रन उनकी खराब फार्म का संकेत है। मेलबर्न और सिडनी की तुलनात्मक रूप से आसान पिचों पर नाकाम रहने के बाद विराट कोहली ने पर्थ में अपनी पारियों से आलोचकों का मुंह बंद किया है। दिल्ली के इस बल्लेबाज ने पर्थ में अपने कौशल का अच्छा नजारा पेश किया और अब उसे एडिलेड में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी।

तीसरे टेस्ट में धीमी ओवर गति के कारण भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी पर एक मैच का प्रतिबंध लगाया गया है और ऐसे में युवा विकेटकीपर रिद्धिमान साहा कल के मैच के विकेट के पीछे नजर आएंगे। अब देखना होगा कि क्या वह अपनी विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी से प्रभावित कर पाते हैं या नहीं। धौनी की गैरमौजूदगी में टीम की कमान उप कप्तान सहवाग संभालेंगे। निचले क्रम में रविचंद्रन अश्विन ने कुछ अच्छी पारियां खेली हैं लेकिन उनके अलावा अन्य पुछल्ले बल्लेबाज उपयोगी योगदान देने में विफल रहे हैं।

दूसरी तरफ आस्ट्रेलिया उम्मीद करेगा कि एडिलेड की बल्लेबाजी की अनुकूल पिच खराब फार्म से जूझ रहे उसके कुछ बल्लेबाजों को लय में लौटने का मौका देगी। मौजूदा सीरीज में शान मार्श और विकेटकीपर बे्रड हैडिन बल्ले से जूझते रहे हैं और दोनों के पास टीम के अपने स्थान को सही साबित करने का एक और मौका है। एडिलेड में रिकार्ड भी भारत के पक्ष में हैं जहां पिछले 12 साल में उसने कोई टेस्ट नहीं गंवाया है। वर्ष 2003-2004 की सीरीज में आस्ट्रेलिया के पहली पारी में 556 रन बनाने के बावजूद टीम इंडिया चार विकेट से जीत दर्ज करने में सफल रही थी। तेंदुलकर ने इस मैदान पर सिर्फ 36 की औसत से रन बनाए हैं लेकिन पिछली बार उन्होंने यहां 153 रन की शानदार पारी खेली थी। सहवाग ने इसी टेस्ट में 151 रन बनाए थे जो टेस्ट मैच की दूसरी पारी में उनका एकमात्र शतक है। द्रविड़ ने आस्ट्रेलिया में अपना एकमात्र शतक इसी मैदान पर जड़ा है जबकि उन्होंने 2003-04 में 233 रन की पारी खेली थी और भारत की जीत की नींव रखी थी। एडिलेड में द्रविड़ का औसत 93.75 का है। वीवीएस लक्ष्मण ने भी 2003-04 में इस मैदान पर 148 रन की पारी खेली थी।

भारत हालांकि अगर इस मैच में ड्रा के इरादे से उतरेगा तो उसकी राह आसान नहीं होगी क्योंकि बल्लेबाजी के अनुकूल हालात के बावजूद यहां 14 बरस से अधिक समय में हुए पिछले 13 टेस्ट में से केवल दो बराबरी पर छूटे हैं।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.