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आदि शंकराचार्य ने लिखा अखाड़ों का संविधान

अग्नि अखाड़े के प्रमुख महंत गोपालानंद की पुस्तक आदि शंकराचार्य का विमोचन सोमवार को महामंडलेश्वर कैलाशानंद ब्रहमचारी ने किया। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य ने ही अखाड़ों का संविधान बनाया है। अखाड़ों का गठन सनातन धर्म की रक्षा के लिए हुआ था।

By Edited By: Published: Tue, 19 Feb 2013 12:54 PM (IST)Updated: Tue, 19 Feb 2013 12:54 PM (IST)
आदि शंकराचार्य ने लिखा अखाड़ों का संविधान

कुंभ नगर। अग्नि अखाड़े के प्रमुख महंत गोपालानंद की पुस्तक आदि शंकराचार्य का विमोचन सोमवार को महामंडलेश्वर कैलाशानंद ब्रहमचारी ने किया। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य ने ही अखाड़ों का संविधान बनाया है। अखाड़ों का गठन सनातन धर्म की रक्षा के लिए हुआ था। सेक्टर 9 के शिविर में एक भव्य समारोह में 107 वर्षीय महंत गोपालानंद का अभिनंदन हुआ। उनके त्याग और तपस्या के बार में संतों ने विस्तृत रूप से चर्चा की। कहा कि गोपालानंद बचपन से गरीबों एवं दुखियारों की सेवा कर रहे हैं। उनका अन्न क्षेत्र हर कुंभ में लगता है। गुजरात में उनकी सेवा की लंबी परंपरा है। महामंडलेश्वर कैलाशानंद ने पुस्तक का विमोचन करते हुए कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि इतने बड़े सिद्ध संत द्वारा लिखित पुस्तक का वे विमोचन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक में शंकराचार्य के संबंध में काफी सरल भाषा में हर बिन्दुओं को विस्तार दिया गया है। इस अवसर पर महंत गोविदानंद, महंत विचित्रानंद, महंत सत्य गिरि समेत अखाड़े के सभी पदाधिकारियों ने स्वामी गोपालानदं की प्रशंसा की। इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक सूर्य कुमार शुक्ला, एसपी पीएचक्यू दीपक भट्ट आदि उपस्थित रहे।

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