जय श्रीराम के साथ अब जय गंगा मैया
कुंभ में संगम तट पर संतों के समक्ष लिए गए संकल्प को विश्व हिंदू परिषद ने धरातल पर लाने की मुहिम शुरू कर दी है। इसके तहत विहिप के एजेंडे में राम मंदिर के बाद मोक्षदायिनी गंगा को प्रदूषण से मुक्त करना है।
इलाहाबाद। कुंभ में संगम तट पर संतों के समक्ष लिए गए संकल्प को विश्व हिंदू परिषद ने धरातल पर लाने की मुहिम शुरू कर दी है। इसके तहत विहिप के एजेंडे में राम मंदिर के बाद मोक्षदायिनी गंगा को प्रदूषण से मुक्त करना है। श्रीराम मंदिर का मामला कोर्ट में होने के कारण अभी उसके लिए करने को कुछ नहीं है। इसके मद्देनजर हिंदू जनमानस को संगठित करने के लिए वह गंगा प्रदूषण जैसे भावनात्मक मुद्दे को उठाने जा रहा है।
वर्ष प्रतिप्रदा में 11 अप्रैल से 13 मई तक विहिप का श्रीराम जय राम, जय जय राम मंत्र का जाप और पूर्णाहुति का अभियान चलेगा। इसी दौरान गंगा मइया की पवित्रता के लिए न सिर्फ मंथन होगा बल्कि जिन जिलों से वह गुजरी हैं वहां संतों के नेतृत्व में सफाई एवं जनजागरूकता अभियान भी चलेगा, अभियान में आम जनता शामिल हो इसके लिए जनसंपर्क टोली बनाई जाएगी, जो आम जनमानस को उनके घर से बाहर लेकर आएगी।
वर्ष 2013 अयोध्या में विवादित ढांचा गिरने का 21वां साल है। अगले वर्ष यानी 2014 में लोकसभा चुनाव होने हैं। अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण सहित हिंदुत्व के कई एजेंडे को लागू कराने की आस लेकर बैठे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विहिप के लोग वर्तमान साल को काफी महत्वपूर्ण मान रहे हैं। वह केंद्र में हिंदुत्ववादी सरकार के गठन के लिए हिंदुओं को संगठित करना चाहते हैं। राम मंदिर के बाद गंगा को प्रदूषण मुक्त कराने का मुद्दा ही लोगों की भावनाओं से जुड़ा है। कुंभ क्षेत्र में बीते सात फरवरी को हुए संत सम्मेलन में भी गंगा प्रदूषण का मुद्दा छाया था।
इसके तहत अगले माह से देश भर में राम मंदिर के लिए श्रीराम जय राम जय जय राम मंत्र का जप करने के साथ ही गंगा की निर्मलता के लिए काम आरंभ होगा। जिन प्रदेशों में गंगा नहीं हैं वहां की स्थानीय नदियों को निर्मल करने का अभियान चलेगा। प्रदेश विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा के अनुसार श्रीराम जन्मभूमि में मंदिर निर्माण करोड़ों देशवासियों का सपना है। इसके अलावा गंगा व गाय की रक्षा करना भी हमारा प्रमुख मकसद है, क्योंकि यह लोगों की आस्था, अस्मिता से जुड़ा मामला है।
गंगा की अविरलता के लिए विहिप की प्रांत की बैठकें आरंभ हो चुकी हैं। हर प्रांत में 18 से 22 जिला शामिल हैं। वरिष्ठ पदाधिकारी चर्चा करके एजेंडे को प्रखंड स्तर पर लागू कराने की योजना तैयार करने में जुटे हैं। गंगा अभियान में विहिप युवा टोली को आगे लाएगी। इसमें 15 से 35 वर्ष के युवाओं को आगे लाकर उनसे अभियान चलाया जाएगा। जो संतों एवं वरिष्ठ पदाधिकारियों के निर्देशानुसार काम करेंगे। इसका मकसद युवाओं को प्रशिक्षित करना है, ताकि उनमें संगठन के प्रति निष्ठा व संस्कार आए।
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