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मंत्रोच्चार से विश्व शांति का आह्वान

विश्वदाय धरोहर महाबोधि मंदिर परिसर मंगलवार को बौद्ध मंत्रोच्चार से गुंजायमान रहा। विश्वशांति के निमित्त 23 वां निगमा मोनलम चेन्मो पूजा के माध्यम से पंथ के शीर्ष धर्मगुरु सीचेन रबजग रिनपोछे के नेतृत्व में 15 अवतारी लामा (रिनपोछे) व सैकड़ों बौद्ध लामाओं ने मंत्रोच्चार शुरू किया।

By Edited By: Published: Thu, 26 Jan 2012 01:35 AM (IST)Updated: Thu, 26 Jan 2012 01:35 AM (IST)
मंत्रोच्चार से विश्व शांति का आह्वान

बोधगया (गया), जागरण संवाददाता। विश्वदाय धरोहर महाबोधि मंदिर परिसर मंगलवार को बौद्ध मंत्रोच्चार से गुंजायमान रहा। विश्वशांति के निमित्त 23 वां निगमा मोनलम चेन्मो पूजा के माध्यम से पंथ के शीर्ष धर्मगुरु सीचेन रबजग रिनपोछे के नेतृत्व में 15 अवतारी लामा (रिनपोछे) व सैकड़ों बौद्ध लामाओं ने मंत्रोच्चार शुरू किया। मंत्रोच्चार 2 फरवरी तक चलेगा। पूजा का शुभारंभ सीचेन रबजग रिनपोछे व अन्य अवतारी लामाओं ने महाबोधि मंदिर के गर्भगृह में भगवान बुद्ध के प्रतिमा के समक्ष पूजा-अर्चना करने के पश्चात पूजा आयोजन स्थल पर दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर बौद्ध लामाओं ने पारंपरिक वाद्ययंत्र का वादन किया। पूजा दो सत्रों में संचालित है।

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निगमा मोनास्ट्री है आवासन

निगमा मोनलम पूजा में शामिल होने के देश के विभिन्न प्रदेशों में स्थित मोनास्ट्री से लगभग 5 हजार से अधिक बौद्ध लामा आए है। जिनका आवासन बोधगया के निगमा मोनास्ट्री में है। यहां ठहरे बौद्ध लामाओं का दिनचर्या महाबोधि मंदिर में आयोजित पूजा से शुरू होती है। संध्या बेला तक इन्हें पूजा में शामिल होना पड़ता है। इन बौद्ध लामाओं के भोजन की व्यवस्था मोनास्ट्री परिसर में ही है। पूजा के प्रथम सत्र समापन के पश्चात लामाओं का काफिला निगमा मोनास्ट्री के लिए कूच करता है। और निर्धारित समयानुसार पुन: मंदिर में वापसी होती है। आयोजन स्थल पर बांटने को रखा धार्मिक ग्रंथ

पूजा आयोजन स्थल पर काफी संख्या में धार्मिक ग्रंथ कार्टून में रखा है। जिसे 10 दिवसीय पूजा के दौरान बौद्ध लामाओं व श्रद्धालुओं के बीच वितरित किया जाएगा। यह पुस्तक विदेश में प्रकाशित है। जिसे बड़े-बड़े कन्टेनर के माध्यम से बोधगया लाया गया है। इस बार पूजा आयोजन की व्यवस्था सिक्किम के निगमा पंथ के बौद्ध श्रद्धालुओं द्वारा की गई है।

फरवरी में फिर आस्था लेंगी हिलोरें

बुद्धभूमि बोधगया में फरवरी माह का पहला सप्ताह काफी गहमागहमी भरा रहेगा। कालचक्र पूजा के बाद यहां आस्था फिर हिलोरें लेंगी। एक ओर जहां बौद्धों के निगमा पंथ के धार्मिक गुरु प्रवास पर रहेंगे, वहीं सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई मंत्रीगण बौद्ध महोत्सव के उद्घाटन सत्र के लिए आएंगे। साथ ही 28 राज्यों के विद्युत विनियामक आयोग के अध्यक्ष व अधिकारियों का जमघट भी होगा। विश्व शांति के निमित्त महाबोधि मंदिर में संचालित 23वां निगमा मोनलम पूजा का समापन 2 फरवरी को होगा। इस पूजा के संचालन व भाग लेने के लिए 15 अवतारी लामा (रिनपोछे) इन दिनों बोधगया प्रवास पर हैं। 1 से 3 फरवरी तक महाबोधि सोसाइटी आफ इंडिया, शाखा बोधगया परिसर स्थित जयश्री महाबोधि महाविहार का वार्षिकोत्सव मनाया जाएगा। इस अवसर पर कई धार्मिक कार्यक्रम प्रस्तावित है। इसमें भाग लेने के लिए काफी संख्या में थाईलैंड, वियतनाम, भूटान व श्रीलंका से बौद्ध श्रद्धालु बोधगया आ रहे हैं। वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के दौरान बुद्धभूमि बुद्धं शरणं गच्छामि के जयघोष से गुंजायमान होगी। 3 से 5 फरवरी तक बौद्ध महोत्सव आयोजित है। बौद्ध महोत्सव के सफलता को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कई बैठकें आयोजित की गई हैं। इसका उद्घाटन 3 फरवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे, जबकि कई मंत्री इस मौके पर उपस्थित रहेंगे। इस दौरान देश-विदेश के कलाकारों द्वारा कला प्रदर्शन की धूम रहेगी। बौद्ध महोत्सव में सुर, लय व ताल का अद्भुत समागम देखने को मिलेगा। इसमें कार्यक्रम प्रस्तुत करने हेतु कई देशों के कलाकारों ने सहमति प्रदान की है।

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