हिमलिंग ने बनाए रखा श्रद्धालुओं का उत्साह
कठिन व दुर्गम मानी जाने वाली अमरनाथ यात्रा दो अगस्त यानि रक्षाबंधन के दिन खट्टे-मीठे अनुभव के साथ संपन्न हो जाएगी। 39 दिन की इस यात्रा के दौरान सबसे दुखद करीब सौ श्रद्धालुओं की हृदयगति रुकने से मौत रही।
जम्मू। बेहद कठिन व दुर्गम मानी जाने वाली अमरनाथ यात्रा दो अगस्त यानि रक्षाबंधन के दिन खट्टे-मीठे अनुभव के साथ संपन्न हो जाएगी। 39 दिन की इस यात्रा के दौरान सबसे दुखद करीब सौ श्रद्धालुओं की हृदयगति रुकने से मौत रही। साथ ही 30 से अधिक की सड़क हादसों में जान गई। यात्रा में सुखद पहलू यह रहा कि मौसम ने विघ्न नहीं डाला। साथ ही यात्रा के अंतिम दिन तक पवित्र गुफा में हिमलिंग विराजमान रहा। इससे श्रद्धालुओं काउत्साह बना रहा और यात्रा संपन्न होने से एक दिन पूर्व यानि बुधवार शाम तक 6.20 लाख श्रद्धालु पवित्र शिवलिंग के दर्शन कर चुके थे। पिछले साल रिकॉर्ड 6.32 लाख श्रद्धालुओं ने माथा टेका था। पिछले वर्ष 109 श्रद्धालुओं की हृदयगति रुकने से हुई मौत से सबक लेते हुए इस बार श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने हर श्रद्धालु के लिए स्वास्थ्य प्रमाणपत्र अनिवार्य कर दिया था। बावजूद इसके करीब 100 यात्रियों की जान चली गई। यात्रा के दौरान खास बात यह रही कि अस्सी हजार से अधिक गैर पंजीकृत श्रद्धालु भी यात्रा करने में सफल हो गए। जाहिर है ऐसे लोगों के पास स्वास्थ्य प्रमाणपत्र भी नहीं था। अमरनाथ यात्रियों की मौत के मामले को सुप्रीम कोर्ट ने भी गंभीरता लिया और एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया। जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा ने भी यात्रा के दौरान कई बार आधार शिविरों का दौरा कर प्रबंधों का जायजा लिया व चिकित्सा सुविधाओं की बेहतरी के लिए कई कदम उठाए।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर