Move to Jagran APP

गुरू के ज्ञान बिना परमात्मा प्राप्ति नहीं

सूर्यनाथ महाराज ने कहा कि जिस व्यक्ति को आनंद प्राप्त करना है उसे महापुरूषों के सानिध्य में रहकर साधना करनी होगी। इसके साथ-साथ राग-द्वेष व मोह माया से ऊपर उठना होगा। जो व्यक्ति मोह माया में फंस जाता है उसे कभी भी परमात्मा की प्राप्ति नहीं हो सकती।

By Edited By: Published: Sat, 02 Jun 2012 05:09 PM (IST)Updated: Sat, 02 Jun 2012 05:09 PM (IST)
गुरू के ज्ञान बिना परमात्मा प्राप्ति नहीं

खरखौदा। सूर्यनाथ महाराज ने कहा कि जिस व्यक्ति को आनंद प्राप्त करना है उसे महापुरूषों के सानिध्य में रहकर साधना करनी होगी। इसके साथ-साथ राग-द्वेष व मोह माया से ऊपर उठना होगा। जो व्यक्ति मोह माया में फंस जाता है उसे कभी भी परमात्मा की प्राप्ति नहीं हो सकती।

loksabha election banner

वे शनिवार को बजरंग धाम सोहटी में प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मनुष्य के अंदर अनंत शक्ति मौजूद है, परन्तु वह दुनिया के सुख को पाने में इतना लीन हो जाता है कि उसे कुछ दिखाई नहीं देता, यही कारण है कि मनुष्य अपने पथ से भटक जाता है। अगर मनुष्य को मुक्ति प्राप्त करनी है तो गुरूओं की शरण में आना पड़ेगा और जब तक वह गुरू नाम धारण नहीं करता तब तक उसे मुक्ति का मार्ग नहीं मिल सकता। उन्होंने कहा कि आस्था की धूनी पर कर्म के साथ किया गया तप ही जीवन में नया रंग भर सकता है। आस्था से ही सभी की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। जब तक व्यक्ति भगवान में आस्था नहीं रखता जब तक वह अंधकार में भटकता रहता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मनुष्य को बुरे कर्म छोड़ कर अच्छे कार्य करने चाहिए, ताकि उसका यश चारों दिशाओं में फैल सके।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.