अनशनरत स्वामी सानंद फिर एम्स में
गंगा की अविरल धारा की मांग को लेकर प्रोफेसर जीडी अग्रवाल उर्फ स्वामी सानंद ने फिर अनशन शुरू कर दिया। गुरुवार रात करीब 11:30 बजे हालत ज्यादा बिगड़ने पर दिल्ली पुलिस ने उन्हें जबरन उठाकर एम्स के आइसीयू वार्ड एबी-2 में भर्ती करा दिया।
नई दिल्ली। गंगा की अविरल धारा की मांग को लेकर प्रोफेसर जीडी अग्रवाल उर्फ स्वामी सानंद ने फिर अनशन शुरू कर दिया। गुरुवार रात करीब 11:30 बजे हालत ज्यादा बिगड़ने पर दिल्ली पुलिस ने उन्हें जबरन उठाकर एम्स के आइसीयू वार्ड एबी-2 में भर्ती करा दिया। इस बार स्वामी सानंद सरकार की नीतियों के खिलाफ राजधानी दिल्ली के कालकाजी मंदिर में बुधवार दोपहर से अनशन पर बैठे थे, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें बोलने में भी तकलीफ हो रही थी। अनशन पर बैठे स्वामी सानंद ने कहा कि नेशनल गंगा रीवर बेसिन अथॉरिटी [एनजीआरबीए] के अध्यक्ष प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तरफ से दो सदस्यीय टीम ने एम्स पहुंच कर 22 मार्च को उन्हें आश्वासन दिया था कि चार स्थानों पर गंगा परियोजना का काम तत्काल बंद कर दिया जाएगा। इसी आधार पर उन्होंने अनशन तोड़ा था। स्वामी सानंद ने कहा कि उन्हें पहले से आभास था कि सरकार अपनी बातों से पलट जाएगी। उनका आभास सच साबित हुआ। सिर्फ एक स्थान पर काम रोका गया, अन्य जगहों पर काम जारी है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीति स्पष्ट नहीं है। ऐसे में उन्हें फिर से अनशन करने पर मजबूर होना पड़ा। स्वामी सानंद के गुरू अविमुक्तेश्वरानंद का कहना है कि प्रधानमंत्री की तरफ से कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री नारायण सामी ने लिखित रूप से यह आश्वासन दिया था। उसी शर्त पर 17 अप्रैल को इस संबंध में बैठक होनी थी। अब इस बैठक का कोई मकसद नहीं रह गया, क्योंकि पिछले वादों पर अमल ही नहीं हुआ है। ज्ञात हो कि पहले भी स्वामी सानंद अविरल गंगा की मांग को लेकर अनशन पर बैठे थे, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई थी और उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था। सरकार के आश्वासन पर स्वामी सानंद ने अनशन तोड़ा था।
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