मंदिर में जैन मुनियों की क्लास
छीपीटोला का जैन भवन इन दिनों जैन मुनियों का विद्यालय जैसा बन गया है। यहां जैन आचार्य विशुद्ध सागर महाराज के प्रवचन तो रहे हैं, जैन मुनियों की नियमित क्लास भी लग रही है।
आगरा। छीपीटोला का जैन भवन इन दिनों जैन मुनियों का विद्यालय जैसा बन गया है। यहां जैन आचार्य विशुद्ध सागर महाराज के प्रवचन तो रहे हैं, जैन मुनियों की नियमित क्लास भी लग रही है।
भवन में जैन आचार्य विशुद्ध सागर महाराज का चातुर्मास प्रारंभ हो चुका है। जिनके संघ में एक दर्जन से अधिक जैन मुनि हैं, उन्हें आचार्यश्री द्वारा धर्म की नियमित शिक्षा प्रदान की जा रही है। उन्हें जैन धर्म के अलावा संतों के कर्तव्य, धार्मिक क्त्रियाएं, श्रावक के प्रति उनका व्यवहार सिखाया जाता है। जैन मुनियों को हिंदी साहित्य और व्याकरण के साथ-साथ प्रवचन देना भी सिखाया जा रहा है। मंत्रों के जाप और साधना के गुर भी बताये जा रहे हैं।
जैन भवन में विभिन्न कमरे भी इन दिनों क्लास रूम जैसे लग रहे हैं। यहां सभी मुनि स्कूली छात्र की तरह पढ़ते नजर आते हैं। कोई मंत्र याद कर रहे होते हैं तो कई मुनि जैन शास्त्रों के अध्ययन में जुटे रहते हैं। होम वर्क की तरह कापियों पर मुनियों द्वारा काम किया जाता है।
जैन आचार्य विशुद्ध सागर महाराज का यह संघ देश का महत्वपूर्ण संघ माना जाता है। इस में ज्यादातर जैन मुनि युवा हैं। कुछ सीए, एमबीए भी हैं। हाल ही में भिलाई निवासी रोहित जैन ने ब्रंाचर्य दीक्षा ली है, वे दिल्ली में एनटीपीएल में मैनेजर का पद त्याग कर आये हैं। युवाओं का वैराग्य की ओर रुझान तेजी से बढ़ रहा है।
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