राष्ट्रीय ध्वज की तर्ज पर बने गंगा को कानून
पतित पावनी के अस्तित्व को बचाने की जंग की शुरुआत हो गई है। गंगा के राष्ट्रीय नदी घोषित होने बाद इसके लिए राष्ट्रीय ध्वज की तर्ज पर कानून बनाने की मांग मुखर होने लगी है।
आगरा। पतित पावनी के अस्तित्व को बचाने की जंग की शुरुआत हो गई है। गंगा के राष्ट्रीय नदी घोषित होने बाद इसके लिए राष्ट्रीय ध्वज की तर्ज पर कानून बनाने की मांग मुखर होने लगी है। गोविंदाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार ने गंगा को राष्ट्रीय नदी तो घोषित कर दिया, अब इसे बचाने के लिए राष्ट्रीय ध्वज की तर्ज पर कानून बनाने की आवश्यकता है। फिलहाल विधि विशेषज्ञों से कानून का प्रारूप तैयार कराया जा रहा है। उसके बाद राजनीतिक इच्छा शक्ति पैदा करने के लिए सभी दलों के सांसदों से संपर्क किया जाएगा। सभी जिलों में व्यापक प्रचार-प्रसार की योजना बना ली गई है। कानून के लिए जन आंदोलन होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने नकारात्मक जनाधार दिया है। सपा में तो अंतर्कलह के साथ-साथ पद और अपने चेहरे को आगे लाने की लड़ाई चल रही है। ऐसे में प्रदेश के विकास की उम्मीद नहीं की जा सकती।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर