40 बीघे भूमि पर मेला प्रशासन की नजर
जिस कुंभ मेले में सुई बराबर भूमि के लिए महाभारत मचा रहा हो, अब उसी मेला क्षेत्र की 40 बीघे भूमि खाली पड़ी है। पौष पूर्णिमा स्नान तक कब्जा न लेने पर मेला प्रशासन उसे निरस्त मान लेगा।
कुंभ नगर। जिस कुंभ मेले में सुई बराबर भूमि के लिए महाभारत मचा रहा हो, अब उसी मेला क्षेत्र की 40 बीघे भूमि खाली पड़ी है। पौष पूर्णिमा स्नान तक कब्जा न लेने पर मेला प्रशासन उसे निरस्त मान लेगा।
कुंभ क्षेत्र में इस बार जहां भूमि को लेकर काफी तकरार हुई। अखाड़े अड़े रहे, शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती नाराज होकर जबलपुर चले गए साथ ही साथ प्रयागवाल सभा में रार हुई हो। अब हालत यह है कि यहां 40 बीघा आवंटित भूमि पर कोई कब्जा लेने नहीं आया है। अब यह तय किया गया है कि जिनके नाम भूमि आवंटित हुई है, वह अगर पौष पूर्णिमा स्नान तक कब्जा नहीं लेते तो मेला प्रशासन उसे दूसरी जरूरतमंद संस्थाओं को आवंटित कर सकता है। 2013 के महाकुंभ में कई पुरानी संस्थाओं को भूमि आवंटित नहीं हो पाई थीं। इसे लेकर मेला प्रशासन कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन भी हुआ था।
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