राजजात के पड़ावों में नहीं रहेगा अंधेरा
एशिया की सबसे बड़ी धार्मिक यात्राओं में शुमार श्री नंदा राजजात यात्रा इस बार रोशनी से भरपूर होगी। यात्रियों को कहीं भी अंधेरे का सामना नहीं करना होगा। यात्रा के सभी पड़ावों पर ऊर्जा निगम की तरफ से बिजली की समुचित व्यवस्था की जाएगी। इस पर साढ़े तीन करोड़ रुपये खर्च होंगे। निगम ने इसके लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा है।
देहरादून। एशिया की सबसे बड़ी धार्मिक यात्राओं में शुमार श्री नंदा राजजात यात्रा इस बार रोशनी से भरपूर होगी। यात्रियों को कहीं भी अंधेरे का सामना नहीं करना होगा। यात्रा के सभी पड़ावों पर ऊर्जा निगम की तरफ से बिजली की समुचित व्यवस्था की जाएगी। इस पर साढ़े तीन करोड़ रुपये खर्च होंगे। निगम ने इसके लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा है।
बारह साल में आने वाली जोश, जुनून और श्रद्धा वाली इस यात्रा का नौटी के लोगों को ही नहीं, बल्कि देश-विदेश के तमाम श्रद्धालुओं को इंतजार रहता है। यह यात्रा अगले साल शुरू होगी। खास बात यह है कि इस बार ऊर्जा निगम ने श्री नंदा राजजात यात्रा के लिए खास तैयारियां की हैं। यात्रा मार्ग में आने वाले मुख्य पड़ावों में बिजली व्यवस्था के लिए उपसंस्थानों की क्षमता वृद्धि /निर्माण कार्य की स्थापना तथा लाइन निर्माण के लिए साढ़े तीन करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया है। दरअसल कुछ पड़ावों में जहां रात भर मेले लगते हैं तो कहीं देवी जागरण तो कहीं पूजा व जागर का कार्यक्रम होता है, जिसके लिए बिजली व्यवस्था जरूरी होती है। पहले तो गांव वाले अपनी तरफ से व्यवस्था कर लेते थे। यात्रा के पहले पड़ाव ईड़ावधाणी, दूसरे पड़ाव नौटी, चौथे पड़ाव सेम, पांचवें पड़ाव कोटी और आठवें पड़ाव चपडियू में रात भर देवी जागरण और जागर होता है, जिसमें श्रद्धालु पूरी रात भक्ति में लीन हो जाते हैं। सातवें पड़ाव कुलसारी में मेला भी लगता है ।
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