बदरीनाथ हाईवे
चारधाम यात्रा मार्गो पर बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार शाम मलबा आने से बंद यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग गुरुवार को भी न खोला जा सका।
गढ़वाल। चारधाम यात्रा मार्गो पर बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार शाम मलबा आने से बंद यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग गुरुवार को भी न खोला जा सका। जबकि भटवाड़ी के पास हलकूगाड में भूस्स्खलन से गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भी बंद हो गया। वहीं, चमोली और जोशीमठ के बीच पातालगंगा में मंगलवार रात से बंद बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर 40 घंटे बाद यातायात सुचारु हो सका। इस दौरान मलबा हटा रही सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की एक जेसीवी अलकनंदा में जा समाई। हालांकि हादसे में चालक सकुशल बच गया। हालांकि केदारनाथ और गंगोत्री मार्ग पर यातायात सामान्य रहा।
भारी बारिश से पहाड़ों में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। मंगलवार को बड़कोट के पास यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग का बीस मीटर हिस्सा धंस गया था। तकरीबन 32 घंटे बाद बुधवार देर सायं यातायात सुचारु हुआ ही था कि गुरुवार सुबह एकबार फिर भारी भूस्खलन से मार्ग बंद हो गया। बड़कोट के उपजिलाधिकारी परमानंद राम ने बताया कि मलबा हटाने का काम जारी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही यातायात शुरू कर दिया जाएगा।
दूसरी ओर मंगलवार रात से पातालगंगा के पास बंद बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग गुरुवार देर सायं खोल दिया गया। बुधवार को सुबह से ही बीआरओ के जवान मलबा साफ करने में जुटे थे, लेकिन लगातार हो रही बारिश और पहाड़ी से गिर रहे पत्थरों के कारण इसमें बाधा आती रही। गुरुवार को पहाड़ी से गिर रहे बोल्डर के कारण एक जेसीबी मलबे अलकनंदा में जा गिरी। चालक राकेश चंद्र ने किसी तरह छलांग लगाकर जान बचाई। बाद में पांडुकेश्र्र्वर से जेसीबी मंगाकर इस स्थान पर मलवा पत्थरों को हटाने का काम शुरू किया गया।
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