Move to Jagran APP

घाट पर कैसे आएगी गंगा की धारा

तीर्थनगरी की हृदयस्थली कहे जाने वाले त्रिवेणी घाट से गंगा लगातार दूर होती जा रही है। गंगा की धारा को घाट पर लाने के कई प्रयास किए गए मगर, स्थाई समाधान आज तक नहीं हो पाया।

By Edited By: Published: Sat, 05 May 2012 03:49 PM (IST)Updated: Sat, 05 May 2012 03:49 PM (IST)
घाट पर कैसे आएगी गंगा की धारा

ऋषिकेश। तीर्थनगरी की हृदयस्थली कहे जाने वाले त्रिवेणी घाट से गंगा लगातार दूर होती जा रही है। गंगा की धारा को घाट पर लाने के कई प्रयास किए गए मगर, स्थाई समाधान आज तक नहीं हो पाया। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद गंगा को त्रिवेणी घाट पर लाने के स्थाई समाधान की ओर कवायद तेज होने लगी है। सिंचाई विभाग ने इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजने के साथ ही सिंचाई अनुसंधान संस्थान रुड़की को योजना की मॉडल स्टडी के लिए प्रस्ताव भेजा है

loksabha election banner

मानसून में गंगा का जलस्तर बढ़ते ही गंगा तीर्थनगरी के घाटों को भी लील जाती है। मगर, मानसून के बाद जैसे ही गंगा का जलस्तर घटना शुरू होता है त्रिवेणी घाट से गंगा दूर होने लगती है। लाखों श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ी गंगा की घाट से दूरी श्रद्धालुओं को सालने लगती है। असल वजह यह है कि बरसात के दिनों बाढ़ के साथ बहकर आने वाला उप खनिज त्रिवेणी घाट की ओर जमा हो जाता है। जिससे जलस्तर कम होने पर यह उप खनिज एक टापू का रूप ले लेता है। विगत वर्षो में गंगा की धारा को घाट पर लाने के लिए सामाजिक संस्थाओं और सिंचाई विभाग द्वारा तमाम प्रयास किए गए। मगर, यह प्रयास स्थाई नहीं हो पाए। कुछ दिन पूर्व ऋषिकेश पहुंचे सूबे के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने गंगा को घाट पर लाने के लिए स्थाई योजना तैयार करने की घोषणा की। जिसके बाद स्थाई समाधान के लिए सिंचाई विभाग ने कवायद तेज कर दी है। सीएम की घोषणा के पश्चात जिलाधिकारी देहरादून ने मौका मुआयना कर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए थे।

त्रिवेणी घाट पर गंगा की धारा को लाने के लिए योजना तैयार की जा रही है। इसका स्थाई समाधान क्या होगा यह मॉडल स्टडी के बाद ही साफ हो पाएगा। फिलहाल इस संबंध में सिंचाई अनुसंधान संस्थान रुड़की को प्रस्ताव भेजा गया है। इस संबंध में पहले भी शासन को प्रस्ताव भेजा गया था मगर, इस संबंध में सीएम की घोषणा होने के बाद जल्द ही स्थाई समाधान की उम्मीद है।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.