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छतरपुर आद्या कात्यायिनी मंदिर का महत्व

छतरपुर मंदिर मां दुर्गा के छठे स्वरूप आद्या कात्यायनी का स्थल है। देवी कात्यायनी के साथ के पौराणिक कथा जुड़ी है जिसके अनुसार प्रसिद्ध महर्षि कात्यायन ने माँ भगवती की कठोर उपासना की थी।

By Edited By: Published: Fri, 05 Apr 2013 12:30 PM (IST)Updated: Fri, 05 Apr 2013 12:30 PM (IST)
छतरपुर आद्या कात्यायिनी मंदिर का महत्व

छतरपुर मंदिर मां दुर्गा के छठे स्वरूप आद्या कात्यायनी का स्थल है। देवी कात्यायनी के साथ के पौराणिक कथा जुड़ी है जिसके अनुसार प्रसिद्ध महर्षि कात्यायन ने माँ भगवती की कठोर उपासना की थी। इस तपस्या से प्रसन्न होकर देवी ने उनके घर पुत्री रूप में जन्म लिया तभी मां कात्यायनी कहलाईं और देवी ने राक्षस महिषासुर का वध किया था। मान्यता अनुसार महर्षि कात्यायन के घर में आश्रि्वन कृष्ण चतुर्दशी को उत्पन्न हुई थीं तथा सप्तमी, अष्टमी तथा नवमी तक तीन दिन तक देवी ने कात्यायन ऋषि की पूजा स्वीकार की और दशमी को महिषासुर का वध करके पृथ्वी को आतंक से मुक्त किया। मंदिर में आने वाला हर भक्त मां की भक्ति से पूर्ण होता है।

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