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पवित्र महाबोधि वृक्ष की 2 और शाखाएं टूटीं

बौद्घ धर्म के तीर्थस्थल और विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक बिहार के बोधगया के महाबोधि मंदिर के समीप स्थित पवित्र महाबोधि वृक्ष की दो और शाखाएं शुक्रवार को टूट कर गिर गईं।

By Edited By: Published: Sat, 04 Aug 2012 11:14 AM (IST)Updated: Sat, 04 Aug 2012 11:14 AM (IST)
पवित्र महाबोधि वृक्ष की 2 और शाखाएं टूटीं

गया। बौद्घ धर्म के तीर्थस्थल और विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक बिहार के बोधगया के महाबोधि मंदिर के समीप स्थित पवित्र महाबोधि वृक्ष की दो और शाखाएं शुक्रवार को टूट कर गिर गईं। टूटी शाखाओं को सुरक्षित रख दिया गया है।

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महाबोधि मंदिर प्रबंधन समिति के सचिव एऩ दोरजे ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार शाम बोधिवृक्ष की दो शाखाएं गिर गईं। इसमें से एक शाखा की लम्बाई करीब चार फुट है, जबकि दूसरी की लम्बाई करीब डेढ़ फुट है। उन्होंने बताया कि गिरी हुई शाखाओं को मंदिर प्रबंधन समिति के कार्यालय में सुरक्षित रख दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि पिछली 30 जुलाई को भी महाबोधि वृक्ष की एक शाखा टूट गई थी। उसके बाद देहरादून के वन अनुसंधान केंद्र के वनस्पति वैज्ञानिकों की सलाह के बाद टूटी शाखा के वृक्ष से लगे अंश को दंडाधिकारी की उपस्थिति में काट दिया गया था।

दोरजे ने बताया कि वैज्ञानिकों की सलाह लगातार ली जा रही है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों का मत है कि इतना बड़ा वृक्ष है तो कुछ शाखाएं टूटेंगी ही। शाखा को सुरक्षित रखे जाने की जरूरत है।

गौरतलब है कि कुछ ही दिन पूर्व वनस्पति वैज्ञानिकों के एक दल ने बोधिवृक्ष पर रासायनिक उपचार किया था तथा वृक्ष की जड़ों में जलजमाव न हो, इसके लिए जल निकासी की व्यवस्था कराई गई थी। मान्यता है कि इसी महाबोधि वृक्ष के नीचे महात्मा बुद्घ ने छह वर्ष की कठिन तपस्या के बाद ज्ञान प्राप्त किया था। पवित्र महाबोधि वृक्ष को देखने के लिए प्रतिवर्ष देश-विदेश से लाखों लोग बोधगया आते हैं।

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