Move to Jagran APP

संतों में विवाद उचित नहीं

पुरी पीठाधीश्‌र्र्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती भी मंगलवार को कुंभनगर पहुंच गए। पौष पूर्णिमा स्नान पर्व के बाद यहां पहुंचे पुरी पीठाधीश्‌र्र्वर ने चतुष्पथ विवाद पर इतना ही कहा कि संतों का विवाद सनातन धर्म के लिए उचित नहीं होगा।

By Edited By: Published: Wed, 30 Jan 2013 10:46 AM (IST)Updated: Wed, 30 Jan 2013 10:46 AM (IST)
संतों में विवाद उचित नहीं

कुंभनगर। पुरी पीठाधीश्‌र्र्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती भी मंगलवार को कुंभनगर पहुंच गए। पौष पूर्णिमा स्नान पर्व के बाद यहां पहुंचे पुरी पीठाधीश्‌र्र्वर ने चतुष्पथ विवाद पर इतना ही कहा कि संतों का विवाद सनातन धर्म के लिए उचित नहीं होगा। उनका कहना है कि इससे धर्म विरोधी तत्व सक्त्रिय हो जाते हैं। ऐसे में आपसी विवाद छोड़कर सबको धर्म की रक्षा के लिए कार्य करना चाहिए। महाकुंभ 2013 में चतुष्पथ को लेकर बीते दिनों हुए विवाद पर उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि यह हमारे परिवार का मामला है जिसे समय रहते सुलझा लेंगे। सेक्टर 11 स्थित अपने शिविर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का कहना था कि फांसी या उम्र कैद की सजा से किसी समस्या का समाधान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि दुराचार, भ्रष्टाचार व लूट जैसी घटनाओं को जड़ से समाप्त करने के लिए बच्चों को अध्यात्मिक व नैतिकता की शिक्षा दी जानी चाहिए। गंगा प्रदूषण पर चिंता व्यक्त करते हुए उनका कहना था कि इसके लिए सरकार व आम जनमानस को ठोस रणनीति के तहत कार्य करने की जरूरत है। सब अपनी जिम्मेदारी समझते हुए गंगा की अविरलता के लिए एक दिशा में प्रयास करें न कि अलग-अलग। प्रयाग पहुंचने पर रामकैलाश पांडेय के नेतृत्व में बैंडबाजे, फूल-मालाओं के साथ शंकराचार्य का भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने बताया कि शंकराचार्य 27 फरवरी तक कुंभ क्षेत्र में रहकर प्रवचन करेंगे।

loksabha election banner

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.