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बाबा विश्वनाथ के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु

विश्वनाथ जगदीश शिला डोली रथयात्रा के गढ़वाल के प्रवेशद्वार कोटद्वार में पहुंचने पर स्वागत किया गया। पारंपरिक लोक वाद्य यंत्रों के साथ नगर में निकाली गई बाबा विश्वनाथ की देव डोली के दर्शनों को सड़कों पर जगह-जगह श्रद्धालु उमड़े रहे।

By Edited By: Published: Fri, 25 May 2012 01:35 PM (IST)Updated: Fri, 25 May 2012 01:35 PM (IST)
बाबा विश्वनाथ के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु

कोटद्वार। विश्वनाथ जगदीश शिला डोली रथयात्रा के गढ़वाल के प्रवेशद्वार कोटद्वार में पहुंचने पर स्वागत किया गया। पारंपरिक लोक वाद्य यंत्रों के साथ नगर में निकाली गई बाबा विश्वनाथ की देव डोली के दर्शनों को सड़कों पर जगह-जगह श्रद्धालु उमड़े रहे।

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टिहरी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर से निकली देव डोली यात्रा कुमाऊं के विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए बुधवार देर शाम कोटद्वार पहुंची। कौडि़या में क्षेत्र से उमड़े तमाम श्रद्धालुओं ने डोली का स्वागत किया। इसके बाद बाबा विश्वनाथ की देव डोली को प्रमुख मार्गो से होते हुए नगर में लाया गया। गुरुवार सुबह श्री सिद्धबली मंदिर में देवडोली का भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर लैंसडौन सीट से विधायक दिलीप रावत, सिद्धबली मंदिर समिति के अध्यक्ष कुंज बिहारी देवरानी, सचिव धर्मवीर सिंह गुसाई सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण मौजूद रहे। गुरुवार को यात्रा लैंसडौन व सतपुली से होती हुई पौड़ी को रवाना हो गई।

जगदीशिला डोली रथ यात्रा का पर्यटन नगरी पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर नगर के प्रसिद्ध कालेश्वर धाम की परिक्त्रमा करने के बाद में नगर में शोभायात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा में भिलंगना के पूर्व प्रमुख रूप सिंह बजियाला,भरत सिंह रावत, सचिव कुंवर सिंह नेगी, महिपाल सिंह रावत आदि मौजूद थे।

पौड़ी गढ़वाल- बाबा विश्वनाथ की डोली गुरुवार को दोपहर बाद कोटद्वार, सतपुली, पाटीसैण समेत अन्य स्थानों पर भ्रमण के बाद पौड़ी पहुंची। यहां बस स्टेशन पर बाबा के दर्शनों के लिए लोगों की भीड़ जुटी रही।

कोटद्वार- कोटद्वार में टप्पेबाजों ने भगवान काशी विश्वनाथ को भी नहीं बख्शा। टप्पेबाज भगवान काशी विश्वनाथ के छत्र व कंगन ले उड़े। गुरुवार देर शाम जब डोली की क्षेत्र में शोभायात्रा निकल रही थी, उसी दौरान टप्पेबाजों ने गाड़ी में रखा एक बैग उड़ा लिया जिसमें चांदी के छत्र व कंगन थे। श्री सिद्धबली मंदिर समिति के सचिव धर्मवीर सिंह गुंसाई ने बताया कि समय की कमी के चलते घटना के संबंध में पुलिस रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई जा सकी।

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