आत्मा को नष्ट नहीं किया जा सकता
श्री गीता प्रचार एवं प्रसार समिति न्यू कांगड़ा कालोनी में लार्ड कृष्णा पब्लिक स्कूल पार्क में श्रीमद्भागवत सप्ताह के तीसरे दिन स्वामी मुक्तानंद जी एवं सुश्री गीता मातेश्वरी ने गीता के दूसरे व तीसरे अध्याय पर प्रकाश डाला।
अमृतसर। श्री गीता प्रचार एवं प्रसार समिति न्यू कांगड़ा कालोनी में लार्ड कृष्णा पब्लिक स्कूल पार्क में श्रीमद्भागवत सप्ताह के तीसरे दिन स्वामी मुक्तानंद जी एवं सुश्री गीता मातेश्वरी ने गीता के दूसरे व तीसरे अध्याय पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आत्मा को नष्ट नहीं किया जा सकता। यह न अस्त्र, न शस्त्र व आर्गन, न पानी, न वायु से नष्ट होती है। फिर आत्मा से इतना मोह क्यों। शरीर नष्ट होता है तू तो आत्मा है, तेरा क्या है जो नष्ट होगा। न तू कुछ लाया, न लेकर जाएगा।
केवल सत्यकर्मो की कमाई साथ जाती है, जो सदा साथ रहती है। स्वामी मुक्तानंद जी ने बताया कि अर्जुन ने अपने परिवार को देखा तो प्रतिज्ञा भूल गए। वैसे जीव संसार में आते ही मोह में भजन रूपी युद्ध करना भूल जाते हैं। प्रभु कहते हैं, हार, जीत, लाभ, हानि, पाप, पुण्य मुझ पर छोड़ो। जीव सिर्फ कर्म करे, फल देना मेरा काम है। पाप व पुण्य दो बीज हैं जैसा बीज होगा वैसे ही फल पाएगा।
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